भारत-न्यूजीलैंड के बीच खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल मैच में टीम इंडिया को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. इस हार के बाद से चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar pujara) पर भी खतरे की घंटी लटकनी शुरू हो चुकी है. जिस तरह से दोनों पारियों में वो कीवी टीम के खिलाफ फेल हुए हैं, उससे टीम खासा निराश है. रिपोर्ट के मुताबिक उनकी जगह दो खिलाड़ियों को प्लेइंग 11 में मौका देने की बात कही जा रही है. कौन से हैं वो दो खिलाड़ी जानते हैं इस रिपोर्ट्स के जरिए...
टीम के इस खिलाड़ी के चेस्ट करियर पर लटकी तलवार
WTC के फाइनल में पूरी टेस्ट टीम ने फैंस और दर्शकों के साथ दिग्गजों को भी निराश किया है. खासकर टीम की दीवार कहे जाने वाले बल्लेबाज का भी रंग दोनों पारी में पूरी तरह से फीका दिखा. इस हार के बाद टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ 4 अगस्त से 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. ऐसे में खबरें आ रही हैं कि, भारतीय मैनजमेंट तीसरे स्थान पर प्लेइंग 11 में किसी और खिलाड़ी को जगह देने की प्लानिंग कर रही है.
दरअसल चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar pujara) के लगातार निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मैनेजमेंट इस मसले पर चर्चा कर रहा है. उनके बार-बार फ्लॉप होने से दूसरे खिलाड़ियों पर भी प्रेशर बढ़ने लगा है. इसी बीच 'इनसाइड स्पोर्ट्स' के हवाले से आई एक रिपोर्ट की माने तो, भारतीय प्रबंधन उनकी जगह केएल राहुल या फिर हनुमा विहारी को शामिल करने के बारे में विचार कर रहे हैं. इसके अलावा कोहली को बल्लेबाजी में नंबर 3 पर प्रमोट किया जा सकता है.
डिफेंसिव रणनीति बनी करियर के लिए सबसे बड़ी चुनौती
रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी तक टेस्ट मैच में कोहली नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते रहे हैं. अब तक चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar pujara) टीम इंडिया की टेस्ट सफलता में खास योगदान देने वाले महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे हैं. लेकिन, डब्ल्यूटीसी फाइनल समेत कुछ मुकाबलो में उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. इसलिए उन्हें बाहर बैठाने पर विचार किया जा रहा है. जनवरी 2020 के बाद से उनके बल्लेबाजी आकंड़ों पर नजर दौड़ाएं तो उनका स्ट्राइक रेट घटकर 30.20 हो गया है. इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ट प्रदर्शन 77 रन रहा है. जो उन्होंने सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए थे.
इतना ही नहीं चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar pujara) ने इस बीच कुल 30 पारियां खेली हैं. लेकिन, एक भी शतक उनके बल्ले से नहीं निकल सका है. जनवरी 2020 से पुजारा का औसत सिर्फ 26.35 का रहा है. उनकी डिफेंसिव योजना अब उनके करियर के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है. आखिरी बार उन्होंने शतक जड़ने के बाद 9 सिंगल डिजिट का स्कोर बनाया है. ऐसे में टीम इंडिया अपनी बेंच का इस्तेमाल कर सकती है. उनके पास बेंच में दो सक्षम बल्लेबाज केएल राहुल और हनुमा विहारी हैं.