ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व चाइनामैन स्पिनर ब्रैड हॉग (Brad hogg) ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया के स्पिनर खिलाड़ी आर अश्विन (R ashwin) को लेकर बड़ा बयान दिया है. टेस्ट मैच में जिस तरह से भारतीय गेंदबाज का प्रदर्शन रहा है उसे लेकर पूर्व कंगारू क्रिकेटर का क्या कहना है. जानते हैं इस खबर के जरिए....
ऑस्ट्रेलियाई पूर्व क्रिकेटर ने मुरलीधरन से की अश्विन की तुलना
टेस्ट फॉर्मेट में श्रीलंका के महान गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन (muthaiya muralitharan) का एक बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है. जिसे तोड़ पाना क्रिकेट जगत के किसी भी बॉलर के लिए आसान नहीं है. वो दुनिया पहले ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने टेस्ट प्रारूप में 800 विकेट झटके हैं. ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई पूर्व क्रिकेटर ने अब अश्विन की तुलना मुथैया मुरलीधरन की है. ब्रैड हॉग (Brad hogg) का मानना है कि 34 साल के भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन कम से कम 42 साल की उम्र तक खेल सकते हैं.
अब तक उन्होंने 78 टेस्ट मैच खेले हैं. जिसमें 24.69 की जबरदस्त औसत से बल्लेबाजी करते हुए कुल 409 विकेट चटकाए हैं. बीते एक दशक में टीम इंडिया के सबसे सफलतम गेंदबाद भी रहे हैं. दुनिया के शीर्ष स्पिनरों की लिस्ट में गिने जाने वाले भारतीय खिलाड़ी के बारे में हॉग का कहना है कि, भारतीय स्पिनर आज के दौर में दुनिया के सबसे महान ऑफ स्पिनर हैं. क्योंकि उन्होंने हर परिस्थिति में बेहतरीन प्रदर्शन दिखा गया है.
मुरलीधन के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं अश्विन
इस बारे में बात करते हुए ब्रैड हॉग (Brad hogg) ने कहा कि,
"रविचंद्रन अश्विन अभी मात्र 34 साल के हैं. मुझे लगता है कि वह टेस्ट में शायद 42 साल तक खेलेंगे. उनकी बल्लेबाजी में कमी देखी जा सकती है. लेकिन, वक्त आगे बढ़ने के बाद वो गेंद के साथ और भी ज्यादा घातक हो जाएंगे. मैं उन्हें टेस्ट में कम से कम 600 से ज्यादा विकेट लेते हुए देख रहा हूं. वो मुथैया मुरलीधरन का भी रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. उनके अंदर विकेट लेने और हमेशा शानदार प्रदर्शन करने की चाह रही है. यही कारण है कि मैं उन्हें पसंद करता हूं".
आगे इसी सिलसिले में बात करते हुए उन्होंने कहा कि,
'रविचंद्रन अश्विन ने इंग्लैंड की परिस्थितियों के हिसाब से खुद को ढालने के लिए काउंटी क्रिकेट भी खेला. बीते कुछ सालों में उन्हें काफी ज्यादा सफलता हासिल हुई है. वह निश्चित रूप से इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑफ स्पिनर हैं. लेकिन नियमों और शर्तों में हुए बदलाव की वजह से हम उन्हें अब तक का सबसे महान ऑफ स्पिनर का नाम नहीं दे सकते'.
ऑस्ट्रेलियाई दौरे के बाद अश्विन के लिए मेरे नजर में सम्मान और बढ़ गया
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ब्रैड हॉग (Brad hogg) ने कहा कि,
"ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद अश्विन के लिए उनकी नजर में पहले से भी ज्यादा सम्मान बढ़ गया है. क्योंकि बैक इंजरी से जूझने के बाद भी उन्होंने सिडनी टेस्ट मैच को बचाने में भारत की अंत तक मदद की.
अश्विन जब भी किसी मैच या सीरीज में मौजूद होते हैं, तब उन्हें फेल होना पसंद नहीं होता. वो ऐसे गेंदबाजों की लिस्ट में आते हैं जिसके खिलाफ आप खेलना चाहते हैं. क्योंकि आप जानते हैं कि आपकी परीक्षा होने वाली है".