बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी ने लगा दिया इन 3 खिलाड़ियों पर संन्यास का ठप्पा, चाहकर भी अब भारत के लिए नहीं खेल पाएंगे क्रिकेट
Published - 11 Jan 2025, 05:20 AM

Border Gavaskar Trophy: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया को 1-3 से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही भारत के तीन खिलाड़ियों का करियर भी खत्म हो सकता है। अब इन खिलाड़ियों को भविष्य में मौका मिलना मुश्किल है। क्योंकि ये खिलाड़ी टीम इंडिया के चयनकर्ता और कोच की सोच में फिट नहीं बैठते। करीब 3 ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें भविष्य में शायद ही मौका मिलने वाला है। अगर ऐसा होता है तो मजबूरन इन्हें संन्यास का ऐलान करना पड़ सकता है। आइए आपको बताते हैं कौन हैं ये खिलाड़ी...?
Border Gavaskar Trophy ने इन 3 खिलाड़ियों पर लगाई संंन्यास की मुहर!
चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा भारत के सीनियर बल्लेबाज हैं। लेकिन लंबे समय से उनका चयन टीम इंडिया के लिए नहीं हुआ है। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy 2024-25) में भी उनका चयन नहीं हुआ था। उन्होंने अपना आखिरी मैच 2023 में खेला था। तब से लेकर अब तक वे भारत के लिए जगह नहीं बना पाए हैं। इस बात की पूरी संभावना है कि वे भविष्य में भी शायद ही भारत के लिए जगह बना पाएं। क्योंकि उनकी उम्र अभी 36 साल है।
अगला WTC फाइनल साल 2027 में खेला जाएगा। यानी तब तक उनकी उम्र 38 साल हो जाएगी। ऐसे में चयनकर्ता उन्हें मौका नहीं देंगे। भारतीय चयनकर्ता ऐसे खिलाड़ी को मौका देने के बारे में सोच रहे हैं जो युवा हो और फर्स्ट क्लास में अच्छा हो। उन्होंने 103 टेस्ट मैचों में 7,195 रन बनाए हैं। इनमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट क्रिकेट में पुजारा का औसत 43.60 रहा है।
अजिंक्य रहाणे
चेतेश्वर पुजारा के अलावा अजिंक्य रहाणे भी टीम इंडिया के सीनियर बल्लेबाज हैं। उन्हें बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (BBorder Gavaskar Trophy)के लिए भी टीम इंडिया में नहीं चुना गया था। उन्होंने आखिरी बार 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया के लिए मैच खेला था। उसके बाद से वह वापसी नहीं कर पाए हैं।
उनकी वापसी अब लगभग नामुमकिन है। इसकी वजह यह है कि भारत के पास सरफराज खान, अभिमन्यु ईश्वरन और श्रेयस अय्यर जैसे अच्छे टेस्ट बल्लेबाज हैं। यही वजह है कि रहाणे को भारत के लिए मौका मिलना मुश्किल है। रहाणे के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक 85 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 38.46 की औसत से 5077 रन बनाए हैं।
मोहम्मद शमी
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बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) में खराब फिटनेस के कारण मोहम्मद शमी का चयन टीम इंडिया में नहीं हुआ है। इस बात की पूरी संभावना है कि बीसीसीआई के चयनकर्ता उन्हें भविष्य में मौका देना मुश्किल बना देंगे। क्योंकि अब बीसीसीआई उन्हीं खिलाड़ियों को मौका देगा जो डब्ल्यूटीसी फाइनल 2027 तक टीम के लिए खेलने वाले हैं।
मालूम हो कि शमी की उम्र फिलहाल 34 साल है। तब तक वह 36 साल के हो जाएंगे। ऐसे में उनका तब तक फिट रह पाना मुश्किल है। क्योंकि तेज गेंदबाजों को अक्सर चोटों का सामना करना पड़ता है। यही वजह है कि युवाओं पर ज्यादा भरोसा किया जाएगा, इसलिए शमी संन्यास ले सकते हैं। उन्होंने 64 टेस्ट मैचों में 27.71 की औसत से 229 विकेट लिए हैं।
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