जहां यूएई में आईपीएल का 13वां सीजन खेला जा रहा है. वही उसके पीछे करवाने का सबसे बड़ा हाथ बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का है. वही उन्होंने शनिवार को एक जानकारी देते हुए कहा कि घरेलू क्रिकेट सत्र एक जनवरी से शुरू होगा. बीसीसीआई की शीर्ष परिषद ने रविवार शाम बैठक की और काफी समय घरेलू कैलेंडर पर चर्चा की गई.
जनवरी में शुरू हो सकता है घरेलू सत्र
रविवार को हुई एक बैठक में बीसीसीआई ने घरेलू सत्र को शुरू करने को लेकर एक अहम बैठक की. जिसमें बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने दुबई से पीटीआई से बात करते हुए कहा कि
"हमने घरेलू क्रिकेट पर काफी देर तक चर्चा की और हमने संभावित रूप से एक जनवरी 2021 से टूर्नामेंट शुरू करने का फैसला किया है."
जब उनसे पूछा गया कि क्या सत्र को छोटा किया जाएगा तो पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि "बोर्ड व्यावहारिक उद्देश्यों के लिए सभी घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन नहीं कर पाएंगा."
गांगुली ने संकेत दिया कि बीसीसीआई रणजी ट्रॉफी के लिए जनवरी से मार्च की विंडो पर नजर लगाए हैं. उन्होंने कहा कि "हम निश्चित रूप से रणजी ट्रॉफी का पूर्ण सत्र कराएंगे. लेकिन सभी टूर्नामेंट का आयोजन करना शायद संभव नहीं होगा."
अब जूनियर और महिला क्रिकेट का होगा एक बार फिर आयोजन
बीसीसीआई के अधक्ष्य ने यह भी बताया कि जूनियर और महिला क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन मार्च और अप्रैल के बीच किया जाएगा. उन्होंने कहा कि
"हमारी आयु ग्रुप और महिला क्रिकेट के लिए विस्तृत योजनाए हैं. हम रणजी ट्रॉफी के साथ शुरुआत करेंगे और फिर हम अन्य टूर्नामेंट मार्च और अप्रैल के बीच कराएंगे."
ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर भी उन्होंने कहा कि भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में पृथकवास चरण के दौरान ट्रेंनिंग करने की अनुमति दी जाएँगी. बीसीसीआई के अधक्ष्य ने कहा कि
"क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के हमें कार्यक्रम भेज दिया है और हमने उस कार्यक्रम के तौर तरीकों पर चर्चा की. हम चार टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलेंगे और वो जनवरी के तीसरे सप्ताह में खत्म हो जाएंगे."
इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज
इस पर सौरव गांगुली ने बात करते हुए कहा कि
"इंग्लैंड सीरिज अभी तीन से चार महीने दूर है. हमारे पास अब भी समय है. हम कोविड-19 परिस्थितिओं का आकलन कर रहे हैं और इसी के अनुसार फैसला करेंगे. भारत ने सीरीज की मेजबानी के लिए ( अहमबाद, कोलकाता और धर्मशाला ) जैसे कुछ स्थल प्राथमिकता सूची में होंगे और संयुक्त अरब अमीरात दूसरा विकल्प है."