स्विंग के सुल्तान भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) इस वक्त श्रीलंका दौरे पर बतौर उपकप्तान टीम का हिस्सा हैं। पिछले कुछ सालों में भुवी का करियर इंजरी के चलते काफी प्रभावित हुआ है। मगर फिलहाल वह फिट हैं और श्रीलंका दौरे पर एक्शन में नजर आने वाले हैं। वैसे तो उन्होंने 2018 के बाद से कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है, लेकिन कहीं ना कहीं अभी भी वह टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं।
सभी फॉर्मेट में खेलने के लिए तैयार हैं Bhuvneshwar Kumar
टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज भुवनेश्व कुमार लंबे वक्त से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं। जब इंग्लैंड दौरे के लिए टीम का चयन किया गया, तो उस टीम में भुवी का नाम ना देखकर सभी को हैरानी हुई थी। मगर अब अनुभवी पेसर का कहना है कि वह किसी भी फॉर्मेट को प्राथमिकता नहीं देते हैं। भुवी ने कहा,
“ईमानदारी से कहूं तो, मेरे कोई प्राथमिकता नहीं है, चाहे रेड बॉल हो या वाइट हॉल। अगर मुझे टेस्ट टीम में चुना जाता है और मैं किसी भी टीम का हिस्सा हूं तो मैं वहां अपना योगदान देना चाहूंगा। मैं किसी एक फॉर्मेट को प्राथमिकता बनाने पर काम नहीं कर सकता हूं। इसलिए मैं सभी फॉर्मेट में खेलने की तैयारी कर रहा हूं।”
टेस्ट चैंपियनशिप में खली थी भुवी की कमी
भारत को न्यूजीलैंड के हाथों टेस्ट सीरीज में 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। मैच बारिश से काफी प्रभावित हुआ था, लेकिन कीवी टीम के गेंदबाजों ने अपनी टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया और भारतीय बल्लेबाजी इकाई की कमर तोड़ दी। एक ओर जहां, भारतीय बल्लेबाज रन नहीं बना पाए, तो वहीं गेंदबाजों को भी विकेट के लिए तरसते देखा गया।
जब गेंद को स्विंग मिल रही थी और भारतीय गेंदबाज विकेट नहीं निकाल पा रहे थे, तो उस वक्त सोशल मीडिया पर Bhuvneshwar Kumar का नाम काफी ट्रेंड कर रहा था। यकीनन मैदान पर कप्तान विराट कोहली को भी भुवी की कमी खली होगी, क्योंकि इंग्लिश कंडीशंस में वह भारत के लिए बहुत ही अच्छी गेंदबाजी कर सकते थे।
2018 के बाद से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला
एक तेज गेंदबाज के करियर में इंजरी का अहम किरदार होता है। वैसा ही Bhuvneshwar Kumar के मामले में भी है। पिछले कुछ वक्त में वह चोटों के चलते काफी क्रिकेट मिस कर चुके हैं। मगर कहना गलत नहीं होगा की ये गेंदबाज जब भी मैदान पर वापसी करता है, तो बेहतरीन प्रदर्शन करता है। टेस्ट क्रिकेट की बात करें, तो 2018 में इंग्लैंड दौरे पर अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था। उसके बाद से ही उन्हें टेस्ट टीम में मौका नहीं मिल सका है। मगर भुवी अपने करियर से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा,
“जहां तक मेरी बात है, इंजरी खेल के उतार चढ़ाव का हिस्सा है लेकिन मैं अपने करियर से संतुष्ट हैं। मेरा लक्ष्य भारतीय टीम के लिए ज्यादा से ज्यादा योगदान करने का है।”