टीम इंडिया के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) इस वक्त श्रीलंका दौरे पर बतौर उपकप्तान टीम का हिस्सा हैं। भुवी का करियर पिछले कुछ सालों में इंजरी से जूंझता रहा है। लेकिन खिलाड़ी ने इंग्लैंड सीरीज के साथ शानदार वापसी की। अब भारत के पूर्व दिग्गज पेसर अजीत अगरकर ने भुवी की जमकर तारीफ की है। साथ ही उनका कहना है कि यदि मनीष पांडे श्रीलंका में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें टी20 विश्व कप टीम में खेलने का मौका मिल सकता है।
Bhuvneshwar Kumar देते हैं गेंदबाजी को अलग आयाम
भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) ने इंग्लैंड के खिलाफ मैदान पर वापसी की और बहुत ही किफायती गेंदबाजी की। अब अजीत अगरकर ने भुवी की तारीफ करते हुए कहा है कि वह भारत की तेज गेंदबाज इकाई को अलग आयाम देते हैं। अगरकर ने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क की ओर से वर्चुअल पीसी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा,
“भुवी ने वास्तव में सफेद गेंद से इंग्लैंड सीरीज में काफी प्रभावित किया। ऐसा होता है, यदि आप लंबे समय तक चोटिल होते हैं, तो आप अस्थायी रूप से शुरू करना चाहते हैं। इसलिए भले ही उन्होंने आईपीएल में उतने विकेट नहीं लिए, लेकिन उनमें प्रतिभा है। वह आपके आक्रमण को एक अलग आयाम प्रदान करता है।"
फिटनेस को लेकर होना होगा आश्वस्त
पिछले कुछ सालों में Bhuvneshwar Kumar फिटनेस संबंधी समस्याओं से जूंझते नजर आए हैं। इस बार भी वह आईपीएल में चोटिल हो गए थे। लेकिन अब वह श्रीलंका दौरे पर एक्शन में नजर आएंगे। अगरकर ने भुवी की फिटनेस को लेकर बयान दिया,
“एक चीज जो मैं देखूंगा वह है उनकी फिटनेस। कभी-कभी आप सिर्फ यह जान पाते हैं कि खिलाड़ी अपनी फिटनेस को लेकर आश्वस्त है या नहीं। और एक बार जब वह आश्वस्त हो जाता है, तो वह बेहतरीन हो जाता है; मैं उसके लिए तत्पर रहूंगा। वह कुछ अलग प्रदान करता है, और भी लोग हैं जो आए हैं लेकिन उन्हें जो अनुभव मिला है, भुवी अगर खुद को फिट रख सकते हैं तो उनके लिए बहुत काम आएगा।”
मनीष पांडे बना सकते हैं टी20 विश्व कप टीम में जगह
टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज मनीष पांडे काफी वक्त से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। मगर अजीत अगरकर का मानना है कि यदि वह श्रीलंका दौरे पर रन बनाते हैं, तो वह आगामी टी20 विश्व कप की टीम में जगह बना सकते हैं।
“अगर वह (पांडे) रन बनाते हैं, तो मुझे यकीन है कि उन्हें टीम (टी 20 विश्व कप के लिए) में चुने जाएंगे। अगर उनके लिए दरवाजे बंद होते, तो वह उसे यहां ना भेजते। इसलिए, यदि आप इस टीम में हैं तो इसका मतलब है कि चयनकर्ता सोचते हैं कि आप भारत के लिए काफी अच्छे हैं, मुझे नहीं लगता कि उनके लिए दरवाजा बंद है।"