बीसीसीआई (BCCI) अपने खिलाड़ियों के लिए हर साल सालाना कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट को अपडेट करता है. जिसमें खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के हिसाब से उन्हें ग्रेड दिया जाता है और इसी ग्रेड के आधार पर उन्हें सैलरी भी मिलती है. इसी बीच टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर ने देश के राज्य क्रिकेट संघों को भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की तरह अपने खिलाड़ियों को सालाना कॉन्ट्रैक्ट देने की सलाह दी है.
राज्य संघों को भी बीसीसीआई (BCCI) की तरह सालाना कॉन्ट्रैक्ट देने की जरूरत
दरअसल भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर रोहन गावस्कर (Rohan gavaskar) का मानना है कि, सीनियर टीम के खिलाड़ियों के लिए जिस तरह से सालाना कॉन्ट्रेक्ट निकाला जाता है. उसी तरह से राज्य क्रिकेट संघों को भी अपने खिलाड़ियों के लिए करना चाहिए. उन्होंने इस मसले को लेकर अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट करते हुए लिखा कि,
"सभी राज्य संघों को अपने खिलाड़ियों को सालाना कॉन्ट्रैक्ट देना चाहिए. जिस तरह की बीसीसीआई (BCCI) भारतीय टीम के साथ करता है और ए+, ए, बी, सी वर्ग में उन्हें रखता है. यदि राज्य कॉन्ट्रैक्ट नहीं देंगे तो इस हालात में घरेलू खिलाड़ियों को भुगतान करना मुश्किल होगा".
कैसे निर्धारित होगा कौन से खिलाड़ी ने पूरे सीजन में हिस्सा लिया है
रोहन पूर्व बल्लेबाज और मौजूदा समय में कमेंटेटर की भूमिका निभा रहे सुनील गावस्कर के बेटे हैं. 45 साल के हो चुके रोहन ने टीम इंडिया की तरफ से 11 वनडे मैच खेले हैं. इसके साथ ही साल 2010 में आईपीएल के 2 मुकाबलों का हिस्सा भी रहे. जबकि घरेलू क्रिकेट (BCCI-Domestic cricket) में वो बंगाल की ओर से खेलते थे.
रोहन गावस्कर (Rohan gavaskar) ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक दूसरे ट्वीट में लिखा कि,
"कोई कैसे निर्धारित करेगा कि पूरे सीजन किसने खेला होगा? क्या कुछ सीनियर खिलाड़ियों को बीच में हटाया जा सकता था? उन युवाओं का क्या जिन्होंने डेब्यू किया होगा? क्या उन्हें कुछ नहीं मिलेगा? व्हाइट गेंद के एक्सपर्ट्स का क्या होता है? लाल गेंद के विशेषज्ञ?"
राज्य संघों को अपने खिलाड़ियों की देखभाल करने की जरूरत
इसी के साथ ही उन्होंने एक तीसरा ट्वीट भी किया. जिसमें दिग्गज क्रिकेटर ने लिखा कि,
"राज्य संघों को अपने खिलाड़ियों की देखभाल करने की आवश्यकता है. घरेलू खिलाड़ी वो हैं जो खेल को आगे बढ़ाते हैं. उनकी देखभाल करनी होगी. उनके लिए वार्षिक अनुबंध की शुरूआत कीजिए".
पूर्व जूनियर गावस्कर का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब घरेलू क्रिकेट से जुड़े खिलाड़ी बीसीसीआई (BCCI) की ओर से मिलने वाले मुआवजे का इंतजार करने में लगे हैं. बताया जा रहा है अभी तक राज्य संघों ने खिलाड़ियों से संबंधित जानकारी क्रिकेट बोर्ड को नहीं भेजी है.
All state associations should have annual contracts with their players like the bcci does with the Indian team . A,B,C categories . If state contracts are not there then it’s impossible to make payments to domestic players in such a situation . https://t.co/FAOV5cDRWx
— Rohan Gavaskar (@rohangava9) May 26, 2021