विनोद राय हुए सीएसी से खफा कहा, सीएसी का काम कोच चुनना था सपोर्टिंग स्टाफ नहीं

रवि शास्त्री के कोच बनाने के बाद ही विवाद शुरू ही गए हैं. हालिया विवाद अब टीम के सहायक स्टाफ को लेकर हो रहा हैं.जिसके बाद बीसीसीआई ने टीम के सहायक स्टाफ को लेकर भी अपने कदम पीछे खींच लिए है.
ज़हीर खान की भूमिका को लेकर नाराज है शास्त्री
क्रिकेट सलाहकार समिति ने टीम के गेंदबाज़ी कोच के रूप में ज़हीर खान का चयन किया था, लेकिन टीम के हेड कोच रवि शास्त्री इस फैसले से बिल्कुल भी खुश नही हैं. ख़बरों की माने तो रवि शास्त्री टीम के गेंदबाज़ी कोच के रूप अपने पुराने साथी भरत अरुण को देखना चाहते है.भरत अरुण इससे पहले 2014-16 तक टीम के गेंदबाज़ी कोच की भूमिका निभा चुके हैं. इसके अलावा वो एनसीए में भी गेंदबाज़ी कोच की भूमिका निभा चुके हैं.
बीसीसीआई ने की है दखलअंदाजी
खबरों के अनुसार बीसीसीआई के बयान में यह बदलाव पूर्व सीएजी और प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष विनोद राय के हस्तक्षेप के बाद ही ये बदलाव हुआ हैं. बीसीसीआई ने अपने जारी बयान में कहा है कि सीएसी का काम सिर्फ कोच चुनने का था, स्टाफ चुनने का नही.
अधिकारों से बाहर जाकर हुआ है चुनाव
इससे पहले बीसीसीआई ने ये घोषणा की थी कि शास्त्री के कोच होने के स्थ राहुल द्रविड़ और ज़हीर खान टीम के साथ सहायक स्टाफ की भूमिका निभाएँगे. लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने कहा था कि सीएसी ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर सपोर्ट स्टाफ का चुनाव किया हैं.
इसके बाद बीसीसीआई ने जारी बयान में कहा है, कि टीम के सहायक स्टाफ का चुनाव रवि शास्त्री ही करेंगे. गुरुवार को जारी बयान में टीम के सहायक स्टाफ में राहुल द्रविड़ और ज़हीर खान का नाम नही हैं.
अब देखना दिलचस्प होगा, कि आने वाले समय में बीसीसीआई क्या निर्णय लेती हैं.
Tagged:
Ravi Shastri zaheer khan saurav ganguli bcci