भारत-इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच होने वाला आखिरी मैनचेस्टर टेस्ट बीसीसीआई (BCCI) और ईसीबी (ECB) ने रद्द कर दिया है. जिसके कारण सीरीज के नतीजा नहीं निकल सका. कोरोना से जुड़े मामलों को बढ़ते देख भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों ने इस मुकाबले में हिस्सा लेने से मना कर दिया था. इस वजह से भारतीय बोर्ड और ईसीबी को इसे रद्द करने के नतीजे पर पहुंचना पड़ा. लेकिन, इस बीच एक और बड़ी अपडेट सामने आई है. इस मुकाबले को दोबारा से आयोजित कराने जाने को लेकर आ रही खबरों के बीच भारतीय बोर्ड ने ईसीबी को 2 विकल्प दिए हैं.
भारतीय बोर्ड ने मैच रिशेड्यूल के अलावा इंग्लिश बोर्ड को दिया एक और ऑफर
दरअसल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) को रद्द किए गए मैनचेस्टर टेस्ट को फिर से शेड्यूल करने के अलावा दो और T20I की पेशकश की है. जी हां टीम इंडिया को अगले साल जुलाई में सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिए ब्रिटेन का दौरान करना है. इसके लिए जारी हुए शेड्यूल के मुताबिक दोनों देशों के बीच 3-3 टी20 और वनडे सीरीज खेली जाएगी. ऐसे में भारतीय बोर्ड ने 2 और टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों इसमें शामिल करने का विकल्प दिया है.
नाम न छापने की शर्त पर बीसीसीआई (BCCI) के एक अधिकारी ने द हिंदू को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, शुक्रवार को मैनचेस्टर में 5वें और अंतिम टेस्ट रद्द होने के बाद ईसीबी को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए इस तरह का निर्णय लिया गया था. दोनों बोर्ड के बीच एक मजबूत रिश्ता है जिसे बीसीसीआई और भी मजबूत करना चाहता है.
ईसीबी ने आईसीसी को लिखा है पत्र
बात करें फाइनल टेस्ट की तो 10-14 सितंबर के बीच ये मुकाबला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाना था. लेकिन, खेल शुरू होने से ठीक 2 घंटे पहले ही ECB ने इसे रद्द करने की घोषणा कर दी थी. यदि इस मुकाबले को छोड़ दिया जाता है तो ईसीबी को लगभग 40 मिलियन पाउंड का नुकसान झेलना होगा. मैच होने से एक दिन पहले ही भारतीय टीम के फिजियोथेरेपिस्ट योगेश परमार की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
ऐसे में खिलाड़ियों का कहना था कि, वो उनके संपर्क में थे. इसलिए उन्हें डर था कि कहीं और केस ना आएं. इसलिए बीसीसीआई (BCCI) इस मुकाबले में दर्शकों के लिए प्लेइंग इलेवन नहीं उतार सकी और मुकाबले को रद्द कर दिया गया. इसी बीच ईसीबी ने आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने आईसीसी को एक पत्र लिखकर खेल के नतीजे पर निर्णय करने का अनुरोध किया है.
DRC करेगा अंतिम फैसला
बता दें कि, अब ICC की DRC उन कारणों पर चर्चा करेगी जिसकी वजह से इस मुकाबले को रद्द करार देना पड़ा है. ऐसे में क्या ये माना जाएगा कि ये मैच कोरोना मामले के कारण रद्द होने दिशानिर्देशों के तहत था. हैरानी की बात तो ये है कि, ईसीबी के मुख्य कार्यकारी टॉम हैरिसन ने ऐसा दावा किया था कि, बायो-बबल में थकान की वजह से इस मैच को रद्द कर दिया गया था. ऐसे में ये माना जाए कि इस मुकाबले को भारत ने गंवा दिया. यदि आईसीसी निर्णय को मैच गंवाने के तौर पर लेता है तो ईसीबी बीमा का भी दावा कर सकता है और नुकसान की भरपाई कर सकता है.
ऐसा होता है तो श्रृंखला पर दोनों टीमें 2-2 से बराबरी कर लेंगी और इंग्लैंड को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) तालिका में 12 अंक दिए जाएंगे. लेकिन, अगर डीआरसी इसे कोविड के अंतर्गत देखता है तो मैच रद्द कर दिया जाएगा और श्रृंखला को चार मैचों की श्रृंखला के रूप में गिना जाएगा. जिसे भारत 2-1 से अपने नाम कर लेगा. लेकिन, क्या इंग्लैंड बोर्ड बीसीसीआई (BCCI) के टी20 ऑफर को मानता है इस पर सभी की नजरें होगीं.