आईपीएल 2021 (IPL 2021) के स्थगित होने के बाद भारतीय टीम आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की तैयारी कर रही है. बीते हफ्ते ही न्यूजीलैंड के साथ खेले जाने वाले फाइनल मैच और इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए बीसीसीआई (BCCI) ने 24 सदस्यीय टीम का ऐलान किया था. इसी के बाद श्रीलंका दौरे (sri lanka Tour) को लेकर भी चयनकर्ताओं ने मैचों से जुड़े शेड्यूल को जारी कर दिया है. हालांकि इस दौरे पर भारत की बी टीम जाएगी. लेकिन, इस समय क्रिकेट बोर्ड पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, जो लाजमी कहे जा सकते हैं.
श्रीलंका दौरे को लेकर सवालों के घेरे में बीसीसीआई
दरअसल जुलाई में टीम इंडिया श्रीलंका का दौरा करेगी. दोनों टीमों के बीच 3 टी-20 और 3 वनडे मैचों की वनडे श्रृंखला खेली जाएगी. वनडे की शुरूआत 13 जुलाई से शुरू होगी और 19 जुलाई को आखिरी मैच खेला जाएगा. इसके बाद 23 जुलाई को पहला टी-20 मैच की शुरूआत होगी, जो 27 जुलाई को खत्म हो जाए. इस दौरे पर क्रिकेट बोर्ड ने भारत की बी टीम को भेजने का निर्णय लिया है. क्योंकि अगस्त में सीनियर टीम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेलेगी.
यह बड़ा कारण है कि, बीसीसीआई (BCCI) ने मुख्य स्टार खिलाड़ियों को बी टीम से अलग कर दिया है. ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि, यदि श्रीलंका दौरे पर भारतीय टीम को भेजना था, तो जिन खिलाड़ियों के टेस्ट की प्लेइंग 11 में जगह न मिलने की संभवानाएं हैं उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए क्यों चुना गया. इसमें खास रिपोर्ट में हम उन तीन खिलाड़ियों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जो टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं होते तो भारत के लिए वनडे और टी-20 सीरीज में अहम भूमिका निभा सकते थे.
इन 3 खिलाड़ियों को इंग्लैंड दौरे के लिए नहीं बनाना चाहिए था टीम का हिस्सा
इंग्लैंड दौरे और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए जिन खिलाड़ियों का सेलेक्शन हुआ है उसके चलते बीसीसीआई (BCCI) को पहले कई तरह के सवालों का सामना करना पड़ा रहा है. लेकिन, अब श्रीलंका दौरे पर बी टीम को भेजने का फैसला कर खुद बोर्ड फंस गया है. सवाल ये है कि, इस दौरे के लिए उन खिलाड़ियों को चुना जाना चाहिए था जो श्रीलंका दौरे के वक्त सीनियर टीम का हिस्सा होंगे.
हम बात कर रहे हैं केएल राहुल, वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर की. जिनके इंग्लैंड दौरे पर चुने जाने को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. इसमें कोई कोई दो राय नहीं कि ये तीन ही खिलाड़ी मुख्य टीम में जगह बनाने की काबिलियत रखते हैं. लेकिन, इन तीनों को इंग्लैंड के खिलाफ प्लेइंग 11 में जगह मिलना मुश्किल है. क्योंकि चोटिल होने के बाद कई स्टार खिलाड़ी टीम में वापसी कर चुके हैं. ऐसे में बेंच पर बैठाने से अच्छा होता कि इन खिलाड़ियों को श्रीलंका भेज दिया जाता.
केएल राहुल
बात करें अनुभवी सलामी बल्लेबाज केएल राहुल की तो उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई घरेलू टेस्ट सीरीज में भी भारतीय टीम का हिस्सा बनाया गया है. लेकिन, उन्हें सिर्फ बेंच पर ही बैठे हुए देखा गया. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी यही हुआ था उन्हें शुरूआती मैच में खेलने का मौका नहीं दिया गया. इसके बाद इंजरी होने के कारण वो भारत वापस आ गए थे. इस समय टीम के पास ओपनर के तौर पर कई विकल्प मौजूद हैं और राहुल की प्लेइंग 11 में संभावना बेहद कम है.
ऐसे में यह कहा जा सकता है कि, यदि इंग्लैंड दौरे पर उन्हें नहीं चुना जाता तो श्रीलंका के खिलाफ वो मध्यक्रम के साथ ही ओपनिंग के तौर पर भी खास भूमिका निभा सकते थे. लेकिन, बीसीसीआई (BCCI) के कारण सारी योजना धरी की धरी रह गई. लेकिन क्रिकेट बोर्ड को ये बात पता होनी चाहिए कि, टी-20 विश्वकप करीब है, ऐसे में इन खिलाड़ियों को जितना मौका मिलेगा इनके लिए उतना ही बेहतर साबित होगा.
वाशिंगटन सुंदर
इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया की टॉप बैटिंग लाइन-अप में 7वें नंबर पर रविंद्र जडेजा और आर अश्विन ऑलराउंडर की भूमिका में होंगे. ऐसे में वॉशिंगटन सुंदर को प्लेइंग 11 में जगह मिलना ना के बराबर है. इसकी एक बड़ी वजह वहां की पिच भी है, जो स्पिनरों से ज्यादा तेज गेंदबाजों के पक्ष में है.
ऐसे में मैनेजमेंट एक मुकाबले में 2 से ज्यादा स्पिनरों को अंतिम 11 में जगह नहीं देगी. इस वजह से सुंदर को भी बेंच पर ही बैठे हुए देखा जा सकता है. लेकिन, अगर वो इस दौरे के लिए नहीं चुने जाते तो श्रीलंका के खिलाफ होने वाले सीरीज में भारतीय टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकते थे.
शार्दुल ठाकुर
इसी के साथ ही बात करें शार्दुल ठाकुर की तो इंग्लैंड दौरे पर उन्हें भी 20 मुख्य सदस्यीय टीम का हिस्सा बनाया गया है. जबकि उन्हें प्लेइंग 11 में काफी कम ही मौके मिले हैं. इस दौरे पर टीम के पास पहले से ही इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज मौजूद हैं.
इन स्टार के होते हुए उनकी अंतिम 11 में जगह बनती नहीं दिख रही है. ऐसा तभी संभव हो सकता है, जब 2-3 खिलाड़ी इंजर्ड हों. यदि ऐसा हुआ भी तो, स्टैंडबाय में चुने गए गेंदबाज आवेश खान के डेब्यू करने के चांसेज ज्यादा हैं. क्योंकि वो भी तेज बॉलर हैं और इंग्लैंड की पिच भी इसी के मुताबिक है. इसलिए बीसीसीआई (BCCI) को उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए टीम का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए था.