भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) दुनिया का सबसे रईस बोर्ड है। मगर इसके बाद भी देश के घरेलू क्रिकेटर्स को मिलने वाली सैलरी बेहद कम है। कई बार तो सिर्फ घरेलू क्रिकेट खेलने वाले क्रिकेटर्स के ऐसे बयान भी सामने आए कि कोरोना वायरस के दौरान उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। लेकिन अब इस बीच रिपोर्ट्स के हवाले से खबर आ रही है कि अगले रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट से घरेलू क्रिकेटर्स की सैलरी में बढ़ोत्तरी की जाएगी।
फर्स्ट क्लास क्रिकेटर्स के लिए राहत
आईपीएल खेलने वाले क्रिकेटर्स को तो लाखों-करोड़ों के कॉन्ट्रैक्ट मिल जाते हैं। मगर जब बात आती है भारत के घरेलू क्रिकेटर्स की सैलरी की, तो उनकी कमाई आज भी बहुत है, जिसकी वजह से कोरोना काल में कई क्रिकेटर्स को आर्थिक तंगी से भी गुजरना पड़ा। मगर अब फर्स्ट क्लास क्रिकेटर्स के लिए अच्छी खबर है।
दरअसल, रिपोर्ट्स के हवाले से पता चला है कि BCCI के उच्च अधिकारी सौरव गांगुली, जय शाह, राजीव शुक्ला व अरुण धूमल आदि ने मिलकर फैसला किया है कि अगले रणजी सत्र से भारत के फर्स्ट क्लास क्रिकेटरों की सैलरी बढ़ाई जाएगी। ये खबर वाकई खिलाड़ियों के लिए काफी खुशी की है।
फर्स्ट क्लास क्रिकेटर्स की सैलरी बढे़गी
दैनिक जागरण के अनुसार 20 से अधिक प्रथम श्रेणी के खेल खेलने वाले क्रिकेटरों को प्रति दिन 60,000 रुपये मैच फीस मिलने की संभावना है। कम अनुभव वाले खिलाड़ियों को प्रतिदिन 45,0000 रुपये मिलेंगे। वर्तमान भुगतान संरचना के अनुसार, खिलाड़ियों को प्रति दिन 35,000 रुपये मिलते हैं, जो प्रति खेल 1.4 लाख तक हो जाते हैं। ये राशि उन खिलाड़ियों की है, जो प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होते हैं।
वहीं बेंच पर बैठने वाले खिलाड़ियों को इसकी आधी रकम मिलती है। खिलाड़ियों को दैनिक भत्ते के रूप में 1,000 रुपये भी मिलते हैं। सीमित ओवर क्रिकेट में विजय हजारे और मुश्ताक अली के प्रत्येक मैच के लिए घरेलू क्रिकेटर्स को क्रमशः 35,000 और 17,500 रुपये मिलते हैं। भारत में फर्स्ट क्लास क्रिकेटरों को कोरोना वायरस के कारण पिछले सीजन से सैलरी नहीं मिली है, क्योंकि टूर्नामेंट क रद्द कर दिया गया। ऐसे में मैच फीस में यह बढ़ोतरी उन सभी के लिए एक बड़ी राहत होगी। बताते चलें, रणजी ट्रॉफी नवंबर-दिसंबर में खेली जाती है, मगर कोरोना के चलते इसमें बदलाव हो सकता है।