भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अनौपचारिक रुप से इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड से खास अपील की थी कि वह 4 अगस्त से शुरु होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज को एक सप्ताह पहले खत्म कर दे। मगर ईसीबी से सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। लेकिन अब इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मार्क बुचर का कहना है कि इंग्लिश बोर्ड ने ये गलती की है, उन्हें बीसीसीआई के अनुरोध को स्वीकार कर लिया था।
ECB ने की गलती
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने BCCI द्वारा अनौपचारिक रुप से किए गए अनुरोध पर सकारात्मक जवाब नहीं दिया था। परिणामस्वरूप भारत-इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की सीरीज अपने पुराने शेड्यूल के अनुसार ही खेली जाएगी। मगर अब पूर्व इंग्लिश कप्तान मार्क बुचर का कहना है कि ECB ने ये सही नहीं किया है। विजडन क्रिकेट वीकली पॉडकास्ट' में कहा,
"ईसीबी को आईपीएल के बचे हुए मैचों को आयोजित करने के लिए टेस्ट सीरीज के शेड्यूल को बदलने के लिए बीसीसीआई के अनुरोध को स्वीकार करना चाहिए था। ईसीबी को विराट कोहली और महेन्द्र सिंह धोनी जैसे शीर्ष भारतीय क्रिकेटरों को उनकी प्रमुख परियोजना 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट में शामिल करने का लाभ मिल सकता था। ईसीबी भारत के साथ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज में बदलाव नहीं कर रहा है और इस कारण वह एक बड़े मौके से चूक गया।"
BCCI के सामने रख सकता था शर्त
मार्क बुचर का मानना है कि ईसीबी ने BCCI के अनुरोध को स्वीकार ना करके एक बड़ी गलती की है। बल्कि उन्हें उसे स्वीकार करके बीसीसीआई के सामने शर्त रखनी चाहिए थी। बुचर को लगता है कि यदि ईसीबी भारतीय बोर्ड की बात मानता, तो द हंड्रेड में भारत के बड़े खिलाड़ी हिस्सा ले सकते थे। उन्होंने आगे कहा,
"इसके लिए ईसीबी के पास यह मौका था। उन्हें बीसीसीआई को कहना चाहिये था कि हम टेस्ट सीरीज को एक सप्ताह पहले खत्म करने पर एक शर्त के साथ राजी होंगे। यह शर्त है कि 2022 सत्र से तीन साल के लिए हमें कोहली, धोनी या जो भी भारतीय खिलाड़ी 'द हंड्रेड' में खेलना चाहे उससे तीन साल का करार करने की छूट हो।"
IPL 2021 कराने के लिए उत्सुक है BCCI
कोरोना वायरस के चलते बीसीसीआई ने आईपीएल 2021 को बीच में ही सस्पेंड कर दिया था। जिसके बाद अब उन बचे हुए 31 मैचों को कराने के लिए BCCI सितंबर के महीने को देख रही है। ज्यादा डबल हेडर मैच कराकर बोर्ड आईपीएल को खत्म करना चाहता है और इसके लिए सितंबर की विंडो में कुछ जगह है। वहीं मार्क बुचर का कहना है कि ईसीबी, बीसीसीआई से अपनी बात मनवा सकते थे। उन्होंने कहा,
"आपके पास पहली बार इसके लिए कुछ करने का मौका था। जाहिर है आईपीएल के बचे हुए मैचों के लिए समय नहीं मिलने से बीसीसीआई को बड़ा नुकसान होगा। आपके (ईसीबी) पास यह कहने का मौका होता आईपीएल हमारी वजह से हो रहा है और ऐसे में आप उनसे ऐस कुछ हासिल कर सकते थे जिसकी आपको काफी जरूरत है।"