BCCI: भारतीय टीम के स्टार ऑफ स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया है। हर तरफ उनके संन्यास की चर्चाएं हो रही हैं। क्रिकेट पंडितों और दिग्गजों का मानना है कि वह कुछ वर्षों तक और भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते थे। मगर ऐसा नहीं हुआ। लेकिन, अश्विन ही नहीं बल्कि भारतीय टीम में ऐसे कई खिलाड़ी रहे हैं जिनका टैलेंट क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को शायद हजम नहीं हो पाया और अब वो संन्यास लेने को मजबूर हो चुके हैं। लगातार घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बावजूद चयनकर्ता नजरअंदाज कर रहे हैं।
बीसीसीआई को हजम नहीं हुआ इन 3 खिलाड़ियों की प्रतिभा
भारत टीम के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर मुख्य चयनकर्ता की भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद वह इन तीन खिलाड़ियों को लगातार बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी नजर अंदाज कर रहे हैं। इसमें सबसे पहला नाम भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का है। वह काफी लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। 34 साल के हो चुके भुवनेश्वर कुमार अपनी स्विंग गेंदबाजी से घरेलू टूर्नामेंट में विकेट पर विकेट चटकाएं जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका नहीं मिल रहा है।
उत्तर प्रदेश से घरेलू टूर्नामेंट खेलने वाले भुवी ने इस साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 में कमाल का प्रदर्शन किया था। उन्होंने 9 मैचों में 11 विकेट हासिल किए थे। साथ ही क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में उन्होंने कंजूसी के साथ सिर्फ 6.03 की इकॉनमी से रन खर्च किए। अगर इस दमदार प्रदर्शन के बावजूद उन्हें टीम इंडिया में जगह नहीं मिलती है तो वह जल्द ही संन्यास का ऐलान कर सकते हैं।
भुवी आखिरी बार नवंबर 2022 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20आई खेलते नजर आए थे। इसके बाद से वह टीम इंडिया से बाहर हैं। वो भारत के लिए अब तक 21 टेस्ट मैच में 63 विकेट, 121 वनडे मैचों में 141 विकेट और 87 टी20आई मुकाबलों में 90 विकेट हासिल कर चुके हैं। उनका रिकॉर्ड भारत के लिए काफी शानदार रहा है लेकिन इसके बाद भी BCCI उन्हें टीम में एक और मौका देने को राजी ही नहीं है।
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टी नटराजन को नहीं मिल रहे हैं मौके
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2021 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले टी नटराजन काफी लंबे समय से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। भारत के लिए बाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज एक टेस्ट, दो वनडे और चार टी20आई मुकाबले खेल चुका हैं। उन्होंने 28 मार्च 2021 को अपना अंतिम वनडे मुकाबला खेला था, इसके बाद से ही वह टीम इंडिया से बाहर हैं। तमिलनाडु की ओर से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले नटराजन इस बार इंजरी के चलते सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में नहीं खेल पाए थे, लेकिन उनका रिकॉर्ड घरेलू क्रिकेट में काफी शानदार रहा है।
33 साल के इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को बीसीसीआई (BCCI) बार-बार नजर अंदाज करती नजर आ रही है। बता दें कि उन्होंने 21 फर्स्ट क्लास मुकाबलों में 67 विकेट लिए हैं। वहीं, लिस्ट ए के 25 मैचों में वह 32 और टी20 में खेले 95 मुकाबलो में 104 विकेट ले चुके हैं, लेकिन उनके इस प्रदर्शन को बार-बार उनकी प्रतिभा को नजरअंदाज किया जा रहा है। हालांकि, देखना होगा कि अब उन्हें भारत की जर्सी में खेलने का मौका मिलता है या फिर वह बिना खेले ही संन्यास ले लेंगे।
तिहरा शतक जमाने के बाद ड्रॉप
भारत के लिए 6 टेस्ट मैच खेल चुके करुण नायर भी टीम इंडिया से बुलावे का इंतजार कर रहे हैं। वह साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक भी जड़ चुके हैं, लेकिन उनके इस प्रदर्शन के बावजूद उन्हें टीम में अधिक मौके नहीं दिए गए। नायर ने चेन्नई में खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ 381 गेंदों का सामना करते हुए 303 रन की नाबाद पारी खेली थी, लेकिन इसके बाद भी उन्हें टीम इंडिया से ड्रॉप कर दिया गया था। नायर भारत के लिए 6 टेस्ट में 374 रन बना चुके हैं। वहीं दो वनडे मुकाबले में उनके नाम 46 रन है।
हाल ही में खेली गई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में करुण नायर ने 6 मैचों में 42.50 की औसत और 3 शतक की मदद से 255 रन बनाए थे। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 177.08 का था। 33 साल के करुण नायर के इस प्रदर्शन के बाद भी उन्हें टीम इंडिया से बाहर रखा जा रहा है। वह लगातार डोमेस्टिक क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन बीसीसीआई (BCCI) इस प्रतिभावान खिलाड़ी को उनकी प्रतिभा के अनुसार मौके नहीं दे रहा है। अगर वह ऐसे ही टीम इंडिया से बाहर रहे तो वह अच्छा प्रदर्शन के बावजूद क्रिकेट से संन्यास लेने पर मजबूर हो जाएंगे।
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