BCCI: भारत में 11 अक्टूबर से सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी की शुरुआत चुकी है. जिसमें भारत के अलग-अलग राज्य से टीमें हिस्सा ले रही है. रणजी ट्रॉफी से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट में कई अहम बदलाव किए हैं. ये सभी बदलाव प्लेइंग-11 को ध्यान में रखकर लिए गए हैं.
नए नियमों के मुताबिक गेंद पर थूक लगाया तो बड़ा हर्जाना भुगतना पड़ सकता है. जबकि चोट लगने पर बल्लेबाज को रिटायर कर देते थे. लेकिन, अब ऐसा नहीं माना जाएगा.आइए विस्तार से समझते हैं कि क्या-क्या नए बदलाव किए गए हैं...
BCCI ने क्रिकेट नियमों में किया बदलाव
1. रिटायर होते ही तुरंत माना जाएगा आउट
- BCCI ने खिलाड़ी को रिटायर होने को लेकर नियम में तब्दीली की है. कोई खिलाड़ी मैच के दौरान चोटिल या बिमार हो जाता है तो उसे रिटायर होने के बाद तुरंत आउट मान लिया जाएगा. कप्तानी की सहमति के बाद वापस लौटने का कोई विकल्प नहीं होगा.
2. गेंद पर थूल लगाना पड़ेगा भारी
- मैच के दौरान गेंदबाज गेंद को चमकाने के लिए यूक यानी यार का इस्तेमाल करते हैं. उस पर पेनल्टी लगाई जाएगी. इतना ही उस गेंद का इस्तेमाल नहीं होगा. नई गेंद लेनी होगी.
3. रन रोकने के लिए नियमों में हुआ बदलाव
- बदले हुए नए नियम के मुताबिक जब बैटर क्रॉस करने के बाद रन रोकने का फैसला करते हैं तो ओवरथ्रो से बाउंड्री मिलती है. ऐसी स्थिति में फिर से क्रॉस करने से पहले केवल बाउंड्री मानी जाएगी. लिहाजा उसे चार रन ही मिलेगा.
4. ये नियम प्वाइंट्स आवंटन से संबंधित है
- परिस्थिति-1: टीम ए पहले बल्लेबाजी करती है और पहली पारी में 98 ओवर में 389 रनों पर सिमेट जाती है तो उन्हें 4 बल्लेबाजी अंक मिलेगे. फिल्डिंग करते समय ए टीम को 5 रन पेनल्टी के रूप में दिए जाएंगे. यदि 98 ओवर में 402 रन हो जाते हैं तो 5 बल्लेबाजी अंक मिलेगे
- परिस्थिति-2 : टीम ए पहले बल्लेबाजी करती है और पहली पारी में 100.1 ओवर में 389 रनों पर सिमेट जाती है तो उन्हें 4 बल्लेबाजी अंक मिलेगे. फिल्डिंग करते समय ए टीम को 5 रन पेनल्टी के रूप में दिए जाएंगे.
यह भी पढ़े: Rohit Sharma के साथ ये 5 खिलाड़ी भी छोड़ सकते हैं मुंबई इंडियंस का साथ, हार्दिक के कप्तान बनने से थे नाराज