भारत और न्यूजीलैंड (IND vs AUS) के बीच 9 फरवरी से 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा है. यह सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंरियनशिप से पहले काफी अहम साबित हो सकती है. क्योंकि यह दोनों टीमें ही जून में टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल संभवतः खेलती हुई नजर आने वाली है. लेकिन इससे पहले एक भारतीय खिलाड़ी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले अचानक संन्यास की घोषणा कर डाली है.
इस खिलाड़ी ने किया संन्यास का ऐलान
टीम इंडिया के लिए खेलना हर किसी खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपने देश की नेशनल टीम के लिए खेले. जिससे वह अपने परिवार और देश का नाम रौशन कर सके, लेकिन कुछ प्लेयर्स ऐसे भी जो घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने बावजूद भी टीम इंडिया के लिए नहीं खेल पाते हैं.
ओड़िसा के लिए लम्बे समय से क्रिकेट खेल रहे बसंत मोहंती (Basant Mohanty) ने आज क्रिकेट संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है. वह अब मैदान पर खेलते हुए नजर नहीं आने वाले हैं. बता दें उन्होंने अपनी गेंदबाजी से काफी प्रभावित किया है. लेकिन रणजी में 403 विकेट चटकाने वाले इस खिलाड़ी को भारतीय टीम के लिए नहीं खेल पाने का मलाल उन्हें ताउम्र रहेगा.
Basant Mohanty का कुछ ऐसा रहा करियर
बसंत मोहंती (Basant Mohanty) ने घरेलू क्रिकेट में ओड़िसा (Odisha) की टीम को ढेड दशक तक अपनी सेवाएं दी है. इस दौरान उनरके जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन बसंत ने हार नहीं मानी. इसलिए उनके खाते में 105 फर्स्ट क्लास मैच खेलकर 405 विकेट दर्ज हैं.
बता दें कि बसंत तीन बार मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा करने में कामयाब रहे. जबकि 23 बार उन्होंने पारी में फाइव विकेट हॉल हासिल किया जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. जिन्हें कभी नहीं भुलाया जा सकता है.
बसंत मोहंती ने साल 2007 में बंगाल के खिलाफ पहला रणजी मैच खेला था और अपना आखिरी मैच में इसी टीम के साथ खेला है. इस मैच में ओडिशा ने बंगाल को 7 विकेट से हराया. बता दें कि उन्होंने बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी के रूप में अपना पहला विकेट हासिल किया था. जिसके लिए तिवारी ने ट्विटर पर उन्हें याद भी किया हैं.
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