IPL 2022: आईपीएल का 20वां मुकाबला राजस्थान रॉयल्स (RR) के लिए लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के बीच खेला गया. जिसमें राजस्थान के स्पिनर गेंदबाज अश्विन (Ashwin) मैच के दौरान बिना आउट हुए मैदान छोड़ दिया. उन्हें किसी भी गेंदबाज ने आउट नहीं किया और नहीं वो रन आउट हुए. उनके इस फैसले को क्रांतिकारी कदम के रूप में देखा जा रहा है. उनके इस निर्णय ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस को जन्म दे दिया है. आइए विस्तार से जानते हैं क्या है पूरा मामला?
रिटायर्ड आउट क्यों हुए Ashwin
राजस्थान रॉयल्स की टीम के शुरूआत में जल्दी विकेट गिर गए थे. जिसके बाद नंबर-6 स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को बल्लेबाजी करने आना पड़ा. उन्होंने 23 गेंदों में 28 रन बनाए. इस छोटी सी पारी में अश्विन ने कई बड़े शॉट्स भी लगाए. लास्ट के कुछ ओवरों में अश्विन स्कोर बोर्ड नहीं चला पा रहे थे. उनपर बड़ा स्कोर खड़ा करने का दबाव बनता ही जा रहा. मैच के 2 ओवर शेष रहते ही अश्विन ने अपने आप को रिटायर्ड आउट घोषित कर दिया. उस समय टीम का स्कोर 135 था.
रविचंद्रन अश्विन (Ashwin) के इस फैसले का फायदा राजस्थान रॉयल्स की टीम को मिला. उनके रिटायर्ड आउट होने के बाद रियान पराग मैदान पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरें. रियान पराग ने 4 गेंदें खेलीं और 8 रन बनाए, जिसमें उन्होंने होल्डर को 1 छक्का भी लगाया. रियान और हेटमेयर ने मिलकर इन 2 ओवरों में राजस्थान का स्कोर 135 से 165 तक पहुंचा दिया. इस सम्मानजनक स्कोर की वजह से राजस्थान को 3 रनों से मैच जीत सकी. अगर, अश्विन रिटायर्ड आउट होने का फैसला ना लेते, तो शायद टीम को हार का सामना भी करना पड़ सकता था.
रिटायर्ड हर्ट और रिटायर्ड आउट में अंतर यहां समझे
रिटायर्ड आउट और रिटायर्ड हर्ट में काफी अंतर है, जब कोई खिलाड़ी किसी चोट, क्रैंप, हैमस्ट्रिंग या किसी और वजह से बल्लेबाजी नहीं कर पाए तब अगर वह क्रीज छोड़कर पवेलियन लौट है तो उसे रिटायर्ड हर्ट माना जाता है. वहीं रिटायर्ड आउट भी मिलती-जुलती परिस्थिति है, लेकिन इसमें खिलाड़ी का ये खुद का लिया गया फैसला होता है.
कोई भी बल्लेबाज अपनी इच्छा से क्रीज छोड़कर अगर किसी दूसरे बल्लेबाज को मौका देता है तो उसे रिटायर्ड आउट माना जाता है. यह सीमित ओवरों की क्रिकेट में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है.