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Arshad Nadeem: पाकिस्तान की क्रिकेट टीम पिछले दो ICC इवेंट में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन कर रही है। बाबर आजम की कप्तानी वाली यह टीम वनडे वर्ल्ड कप में सिर्फ चार मैच ही जीत सकी। टी20 वर्ल्ड कप में यह टीम अमेरिका जैसी एसोसिएट टीम से हार गई और ग्रुप स्टेट से बाहर हो गई।
ऐसे में कहा जा रहा है कि अगले ICC इवेंट से पहले पाकिस्तान टीम में काफी बदलाव हो सकते हैं। इस बीच ऐसी जानकारी सामने आई है, जिसे जानकर हर कोई हैरान हो सकता है। दरअसल, पहली बार व्यक्तिगत स्पर्धा में पाकिस्तान के लिए गोल्ड जीतने वाले जेवलिन थ्रोअर अरशद नदीम की टीम में एंट्री हो सकती है।
Arshad Nadeem तेज गेंदबाजी करते
- आपको बता दें कि पाकिस्तान के अरशद नदीम( Arshad Nadeem) ने पेरिस ओलंपिक 2024 में गोल्ड मेडल जीता है।
- उन्होंने फाइनल मुकाबले में 92.5 मीटर तक का थ्रो फेंका, जो जैवलिन थ्रो के इतिहास का सबसे लंबा थ्रो था।
- यानी अरशद ने न सिर्फ गोल्ड जीता है बल्कि अपने नाम एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज कर लिया है।
- यह पाकिस्तान का किसी भी व्यक्तिगत खेल में पहला गोल्ड मेडल है। अपने देश के लिए गोल्ड जीतने के बाद अरशद की हर जगह चर्चा हो रही है।
- इसी बीच उनके बारे में एक बड़ा खुलासा हुआ है ,जिससे पता चलता है कि वह क्रिकेटर बनना चाहते थे।
- वह एक तेज गेंदबाज भी थे। लेकिन उन्होंने अपने पिता और दो भाइयों की वजह से क्रिकेट छोड़ दिया।
पिता की सलाह पर छोड़ा क्रिकेट
- अल जजीरा को दिए इंटरव्यू में अरशद नदीम ( Arshad Nadeem) ने खुलासा किया कि वह एक तेज गेंदबाज हुआ करते थे।
- उन्होंने बताया कि वह बहुत अच्छे तेज गेंदबाज हुआ करते थे , उन्होंने कई टेनिस टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया था।
- अरशद अपने गांव में अपनी तेज गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे। लेकिन उनके पिता को क्रिकेट कभी पसंद नहीं था।
- वह उससे कहते थे कि तुम मेहनत करो लेकिन वह सब कुछ तुम पर छोड़ देता है और वह कुछ नहीं करते , इसलिए तुम्हें क्रिकेट छोड़कर कोई और खेल खेलना चाहिए।
इस तरह वह भाला फेंक खिलाड़ी बन गये
- अरशद नदीम के पिता ने भी कहा कि क्रिकेट बहुत लोकप्रिय खेल है और तुम इसमें आगे नहीं बढ़ पाओगे, इसलिए कोई और खेल कोशिश करो ।
- फिर नदीम के भाई ने उसे दूसरे खेलों में प्रोत्साहित करने में मदद की। उसके बाद वह एथलेटिक्स, स्प्रिंट, लॉन्ग जंप, ट्रिपल जंप में हिस्सा लेने लगा।
- फिर कुछ समय बाद किसी ने उसकी प्रतिभा को पहचाना और बाद में वह भाला फेंक खिलाड़ी बन गया
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