Arjun Tendulkar: जैसा पिता वैसा पुत्र....बड़ी मशहूर कहावत है. सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) इस कहावत पर 16 आने खरे उतरते हैं. उन्होने साबित कर दिया कि वह अपने पिता की तरह सफल क्रिकेटर बनना चाहते हैं. जिसके लिए अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी ट्रॉफी में नींव रख दी. 7वें नंबर पर बैटिंग के लिए अर्जन ने कमाल की बैटिग कतते हुए. राजस्थान के गेंदबाजों के परखच्चे उड़ा दिए. उन्होंने 16 चौके और 2 छक्कों की मदद से खेल दी इतने रनों की यादगार पारी...
Arjun Tendulkar ने रणजी में खेली यादगार शतकीय पारी
सचिन तेंदुलकर (Sachin Teandulkar) ने अपने करियर का पहला शतक 17 साल की उम्र में 14 अगस्त, 1990 को इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था. यह शतक उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुआ. जिसके आज भी याद किया जाता है और पहला शतक सचिन के दिल के बेहद करीब है.
वहीं उनके पुत्र अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) ने भी 23 साल की उम्र में राजस्थान के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में शतकीय पारी खेली. यह उनके करियर का पहला था जो साल 2022 में आया था. अर्जुन भी अपने पिता की तरह पहले शतक को कभी नहीं भूल पाएंगे.
दिलचस्प बात यह रही कि अर्जुन तेंदुलकर 7वें स्थान पर बैटिंग के लिए आए थे. उन्होंने बैटिंग में अपनी मास्टर क्लास दिखाई और 207 गेंदों का सामना करते हुए 120 रन जड़ दिए. इस दौरान उन्होंने 16 चौके और 2 गगनचुंबी छक्के बी लगाए.
Goa vs Rajasthan: मैच का लेखा जोखा
रणजी ट्रॉफी में गोवा और राजस्थान का आमना-सामना हुआ. इस मुकाबले में गोवा ने पहली पारी में 9 विकेट नुकसान पर 547 रन बनाए और पारी घोषित कर दी. जिसमें र्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) 128 रनों का अमूल्य योगदान दिया. वहीं दूसरी पारी में राजस्थान की टीम ने शानदार पलटवार करते हुए 456 रन बनाए.
जिसमें सलामी बल्लेबाज यश कोठारी ने 95 रनों की पारी खेली. लेकिन, इस मैच का कोई निर्णय नहीं निकल सका और मैच ड्रॉ पर ही छुट गया. मगर गोवा की ओर से दोहरा शतक लगाने वाले सुयश प्रभुदेसाई (202) को मैन ऑफ द प्लेयर के रूप में सम्मानित किया गया.
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