दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स (AB de Villiers) साल 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। डिविलियर्स ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दक्षिण अफ्रीका के लिए सभी फॉर्मेट में कुल 20,014 रन बनाए हैं। इतना ही नहीं बल्कि उनके नाम सबसे तेज़ फिफ्टी बनाने का रिकॉर्ड भी है।
इसी के साथ एबी डिविलियर्स ने अपनी आईपीएल (IPL) फ्रैंचाइज़ी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Banglore) के लिए 157 मैचों में 4522 रन भी बनाए हैं। वहीं डिविलियर्स ने पिछले साल नवंबर के महीने में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। हालांकि ऐसे में अब उन्होंने अपने भविष्य को लेकर एक बहुत बड़ी बात की है।
क्या है डिविलियर्स का फ्यूचर प्लान?
एबी डिविलियर्स ने कहा कि उन्हें इस बात का अंदाज़ा नहीं कि भविष्य उनके लिए क्या प्लान करके बैठा है, लेकिन उन्होंने इस बात की पुष्टि ज़रूर की है कि आने वाले समय में साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम और आरसीबी के लिए काफी अहम भूमिका निभाएंगे। टाइम्स लाइव के मुताबिक उन्होंने कहा कि
"मैं अब भी मानता हूं कि मुझे दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट और आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए एक भूमिका निभानी है। मुझे नहीं पता कि आगे क्या होगा, लेकिन मैं इसे एक बार में एक दिन लूंगा और देखूंगा की क्या होता है।"
यंगस्टर्स को लेकर डिविलियर्स ने कही ये बड़ी बात
साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी एबी डिविलियर्स ने यंग क्रिकेटर्स को लेकर कहा कि
"पिछले कुछ वर्षों से में कुछ क्षमता वाले युवाओं की मेन्टोरिंग (Mentoring) कर रहा हूं। कोई भी इस बारे में नहीं जानता और उम्मीद करता हूं कि भविष्य में एक दिन मैं पीछे मुड़कर देखुंगा कि मैंने कुछ खिलाड़ियों के जीवन में बड़ा बदलाव किया है। अभी के लिए मेरा ध्यान इस पर है और मुझे नहीं पता कि यह पेशेवर होगा भी या केवल आकस्मिक रहेगा।"
डिविलियर्स ने आईपीएल में कोरोना से होने वाली दिक्कतों का किया खुलासा
एबी डिविलियर्स आईपीएल में आरसीबी के लिए खेलते थे, और जब भी उनकी टीम परेशानी में होती थी तो वह लगभग हर बार अपनी टीम को मुश्किल स्थिति से निकालकर मैच जिताते थे। एबी ने यह भी बताया कि उन्हें किसी समय कोरोना भी हो गया था और वह 10 से 12 दिनों तक बीमार भी रहे थे, लेकिन सौभाग्य से वे जल्दी इस बीमारी से उबर गए थे। ऐसे में एबी ने कोविड के चलते आईपीएल में होने वाली दिक्कतों को लेकर कहा कि,
"पिछले साल दो बार आईपीएल में जाने के लिए हमें काफी ट्रेवल रिस्ट्रिक्शन्स का सामना करना पड़ा था, कोविड -19 के लगातार टेस्ट हो रहे थे, कई फ्लाइट्स रद्द हो जाती थी तो कहीं छूट जाती थी, और साथ ही बच्चों के लिए स्कूल का आयोजन करना भी काफी चुनौतीपूर्ण था। मैंने पिछले कुछ वर्षों में यह निर्णय लिया है कि मैं अब अपने बच्चों के बिना अब यात्रा नहीं करूंगा और कोविड की वजह से 2 फेज़ में आईपीएल होने की वजह से इसे और जटिल बना दिया है। शायद सबसे बड़ी चुनौती उस समय समझदारी, प्रेरित और ऊर्जा बनाए रखने की थी।"