भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जाने वाले आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। इस दौरान क्रिकेट के गलियारों में 18-22 जून को खेले जाने वाले टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले को लेकर चर्चा चलती रहती है। इस बीच भारत के पूर्व बल्लेबाज व मशहूर कमेंटेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) WTC फाइनल व इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट सीरीज में से टेस्ट सीरीज को जीतने के लिए चुना है।
इंग्लैंड टेस्ट सीरीज जीतना चाहते हैं Aakash Chopra
भारत के मशहूर कमेंटेटर व क्रिकेट एक्सपर्ट आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) से उनके यूट्यूब चैनल पर एक फैन ने सवाल पूछा कि, आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल जीतना चाहेंगे या फिर इंग्लैंड के साथ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज जीतना चाहेंगे? इसपर चोपड़ा ने जवाब देते हुए कहा,
"देखिए आप डब्ल्यूटीसी का फाइनल मैच जीतना चाहते हो, आईसीसी का बड़ा इवेंट है, तो आप ट्रॉफी को उठाना चाहते हैं, पहली बार ये खेला जा रहा है, तो जाहिर तौर पर आप इसे जीतना चाहते हैं। तो आप इसे जीतकर विश्व की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम बनना चाहेंगे। लेकिन, मुझे लगता है कि हम तो पिछले 5 साल से नंबर एक टीम हैं, हम तो लगातार नंबर-1 रहते ही हैं, आज आपने ट्रॉफी रख ली, एक मैच हो रहा है, उसमें भी यदि ड्रॉ होता है, तो ज्वॉइंट विनर होगा।"
"अब अगर कोई इंग्लैंड वाली सीरीज व फाइनल के बीच में से च्वॉइस देता है, तो मैं 5 मैचों की टेस्ट सीरीज जीतना चाहूंगा। पिछली बार 2007 में द्रविड़ की कप्तानी में जीते थे। उसके बाद से हम नहीं जीत पाए, तो मैं तो चाहता हूं कि 5 मैचों की सीरीज होगी, लगातार लड़ाई होगी, जब दोनों बेहतरीन टीम आमने-सामने होंगी।"
मैं WTC का कड़वा घूट पीने के लिए हूं तैयार
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर Aakash Chopra का मानना है कि भारत उसे जीते या ना जीते, वह पिछले 5 सालों से नंबर-1 टेस्ट टीम है। मगर यदि इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतता है, तो वह ज्यादा रोमांचक होगा, क्योंकि भारत ने आखिरी बार इंग्लैंड में 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टेस्ट सीरीज जीती थी। Aakash Chopra ने आगे कहा,
"मतलब दोनों जीत जाओ तो बहुत ही अच्छा, लेकिन अगर मुझे एक ही मिल सकती है, तो मैं डब्ल्यूटीसी फाइनल में मैं वो कड़वा घूंट पी लूंगा। कोई बात नहीं टीम तो हमारी बेहतर है, एक मैच हार गई तो क्या। हमारी टीम पिछले 5 साल से भी नंबर-1 है और अंक तालिका पर भी नंबर एक है। एक मैच हारने से टीम पर सवाल नहीं उठते।"