ये हैं वो 7 भारतीय खिलाड़ी जिनके शतक बनाने पर टीम इंडिया को कभी नहीं करना पड़ा हार का सामना
Published - 16 Feb 2019, 01:15 PM

क्रिकेट वर्ल्ड में इन दिनों भारतीय टीम टेस्ट में नंबर 1 पर कायम है और उनके आगे बड़े-बड़े दिग्गज भी धराशाई हो जाते हैं. आज टेस्ट में सबसे बेस्ट के मामले में भारतीय टीम ही सबसे आगे है. तो वहीं कुछ ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिनके बल्ले से अगर शतक निकला तो टीम की जीत की गारंटी होता था.
ऐसा एक दो बार नहीं बल्कि कई बार देखने को मिला है. तो वहीं हम आपको कुछ ऐसे खिलाड़ियों के नाम बताने जा रहे हैं जिनके शतक के साथ कभी भी टीम को हार नहीं मिली, या यूं कहें की वो सफलता की गारंटी थे.
पंकज रॉय
पंकज रॉय भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ी रहे हैं जो मैदान में आने के बाद धमाल मचा देते थे. यह उस दौर में थे जब सुनील गावस्कर टीम के अहम खिलाड़ियों में से एक थे. 31 मई 1928 को जन्मे रॉय ने अपने करियर में 48 टेस्ट मैच खेले हैं. साथ ही पंकज टीम इंडिया के स्टार ओपनर्स में से एक रहे हैं. पंकज की सबसे धमाकेदार पारी थी जिसको आज भी याद किया जाता है. यह पार्टनरशिप थी जिसमे विनो मांकड़ के साथ मिलकर 413 रन बनाये थे.
यही नहीं यह रिकॉर्ड 52 साल तक कोई भी खिलाड़ी तोड़ने में सफल नहीं रहा था. हालांकि यह 52 साल बाद साल 2008 में ग्रीम स्मिथ और नील मेकेंजी ने बांग्लादेश के खिलाफ 415 रन बनाकर तोड़ा था. रॉय ने अपने टेस्ट करियर में कुल 5 शतक लगाये थे जिसमे उनके 79 इनिंग्स में 2242 रन शामिल हैं.
दिलीप सरदेसाई
साल 1961 से 72 तक टीम इंडिया के साथ 30 टेस्ट मुकाबले खेलने वाले दिलीप सरदेसाई ने अपने धमाकेदार प्रदर्शन का जलवा बिखेरा है. दिलीप के इन शानदार प्रदर्शन से वह सबसे ख़ास खिलाड़ियों में से एक थे. सरदेसाई ने भी अपने करियर में 55 इनिंग्स खेली हैं जिसमे 5 शतक लगाये हैं और 2201 रन शामिल हैं. दिलीप भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिनके शतक के साथ कभी भी टीम इंडिया को हार का सामना नहीं करना पड़ा है.
गुंडप्पा विश्वनाथ(विशी)
सुनील गावस्कर के सबसे फेवरेट और उनसे भी दिग्गज स्टार माने जाने वाले गुंडप्पा भी टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी रहे हैं. गावस्कर विशी को खुद से भी बेहतर खिलाड़ी मानते हैं. 12 फरवरी 1949 को मैसूर में जन्मे गुंडप्पा ने 1969 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू किया था. कानपुर में खेले गए इस मुकाबले में विशी ने अपना पहला शतक लगाया था जिसमे 137 रन निकले थे. विश्वनाथ ने अपने करियर की 155 इनिंग में 14 शतक लगाये हैं जिसमे उनके 6080 रन शामिल हैं.
इसके साथ ही विशी का उच्चतम स्कोर 222 का रहा है और उनके नाम 14 शतक शामिल हैं. इसके साथ ही गुंडप्पा भी भारतीय टीम के उन खिलाड़ियों में रहे जिनके शतक टीम इंडिया की जीत की गारंटी थे.
सौरव गांगुली
भारतीय टीम के धमाकेदार खिलाड़ियों में दादा सौरव गांगुली का भी नाम शामिल है. सौरव उन खिलाड़ी में रहे हैं जिनके मैदान में जलवे के साथ एग्रेशन भी देखने को मिलता था. गांगुली भी टीम इंडिया की जीत की गारंटी थे.
गांगुली ने अपने टेस्ट करियर में 188 इनिंग्स में 16 शतक लगाये हैं जिसमे उनके 7212 रन शामिल हैं. सौरव गांगुली का हाईएस्ट स्कोर 239 का रहा है.
गौतम गंभीर
भारतीय टीम की दिवार कहे जाने वाले गौतम गंभीर भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिनके शतक के बाद कभी भी टीम को हार का सामना नहीं करना पड़ा. गौतम ने अपने करियर की शुरुआत साल 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था. साथ ही गौतम को अपने टेस्ट में स्कोर करने में थोड़ा समय जरुर लगा.
गंभीर के नाम 9 शतक शामिल हैं जो उन्होंने 104 इनिंग में लगाये हैं. इसके साथ ही इतनी ही इनिंग्स में गौतम गंभीर ने 4154 रन बनाये हैं. इसमें गभीर का बेस्ट स्कोर 206 का है.
एमएस धोनी
टीम इंडिया के सबसे खास और स्टार खिलाड़ी जिनके आने के बाद टीम में शानदार बदलाव देखने को मिला है. एमएस धोनी की अगुआई में टीम ने नए आयाम सेट किये और आज सबसे बेस्ट टीम बन गई है. धोनी टीम के एमकात्र ऐसे विकेटकीपर हैं जिनके नाम डबल सेंचुरी शामिल है.
धोनी ने अपने टेस्ट करियर में 144 इनिंग खेली हैं जिसमे उनके नाम 4876 रन शामिल हैं. धोनी ने इतनी इनिंग्स में 6 शतक लगाये हैं और उनका बेस्ट 224 का रहा है.
अजिंक्य रहाणे
अजिंक्य रहाणे टीम के सबसे बेस्ट खिलाड़ियों में से एक हैं. लॉन्ग फ़ॉर्मेट के लिए रहाणे सबसे बेस्ट माने जाते हैं और उनके मैदान में आने के बाद गेंदबाज विकेट निकालने के लिए परेशान दिखाई देते हैं. रहाणे ने साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था.
रहाणे के नाम 75 इनिंग में 9 शतक और 2883 रन शामिल हैं. इसमें रहाणे का बेस्ट स्कोर 188 का रहा है.
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