Manish Pandey: मनीष पांडे भारत के होनहार खिलाड़ियों में से एक हैं। लेकिन उन्हें भारतीय टीम में ज्यादा मौके नहीं मिल पाए हैं। उन्हें आखिरी बार 2021 में टीम इंडिया के लिए चुना गया था। उसके बाद उन्हें मौका नहीं मिला है। लेकिन वह प्रतिभा के धनी बल्लेबाज हैं। इसका अंदाजा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनके प्रदर्शन को देखकर लगाया जा सकता है, जिसमें उन्होंने टी20 में बल्ले से कहर बरपाते हुए 129 रनों की पारी खेली थी। आइए आपको बताते हैं कौन है यह खिलाड़ी..?
Manish Pandey ने ठोका तूफानी शतक
मनीष पांडे (Manish Pandey) ने 2019 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में कर्नाटक की कप्तानी संभाली थी। इस सीजन में सर्विसेज के खिलाफ उनके बल्ले ने कहर बरपाया था। सर्विसेज के खिलाफ उनके शतक को देखकर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। अगर उनके ओवरऑल प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने कुल 54 गेंदों का सामना किया, जिसमें उन्होंने 129 रन बनाए। उन्होंने 238 की स्ट्राइक रेट से अपने 129 रनों की स्क्रिप्ट लिखी।
महज 22 गेंदों में 108 रनों की पारी खेली
जिसमें मनीष पांडे (Manish Pandey) ने 10 गगनचुंबी छक्के और 12 चौके लगाए। यानी कर्नाटक की कप्तानी करने वाले खिलाड़ी ने सिर्फ 22 गेंदों में 108 रन बनाए। इसे आंकड़ों से समझा जा सकता है। मनीष एक होनहार खिलाड़ी हैं। उनकी बदौलत कर्नाटक की टीम ने सर्विसेज के खिलाफ पहली पारी में 3 विकेट के नुकसान पर 250 रन बनाए, जिसके जवाब में सर्विसेज ने 170 रन बनाए। नतीजतन, कर्नाटक की टीम 80 रनों से मैच हार गई।
विजय हजारे से मनीष पांडे बाहर
मनीष पांडे (Manish Pandey) का यह टी20 प्रदर्शन दर्शाता है। वह एक शानदार बल्लेबाज हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों से वह अपने सबसे खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं। अब दिक्कत यह है कि आईपीएल में भी वह किसी टीम की पहली पसंद नहीं हैं। इसकी वजह आईपीएल में उनका पिछला प्रदर्शन है। मनीष को पिछले दो सालों से आईपीएल में खरीदा जा रहा है।
लेकिन उन्हें बहुत कम मौके मिल रहे हैं। कर्नाटक के इस बल्लेबाज को पिछले सीजन में केकेआर ने खरीदा था। लेकिन उन्हें सिर्फ एक मैच में मौका दिया गया था। हालांकि विजय हजारे के लिए उन्हें कर्नाटक की टीम में नहीं चुना गया। इसकी वजह उनकी लगातार खराब फॉर्म है, जिसमें हाल ही में खत्म हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 5 मैचों में खेलते हुए उन्होंने बल्ले से सिर्फ 117 रन बनाए थे।