MS Dhoni: भारत के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है लेकिन वह अभी भी बल्ला घुमाते रहते हैं। आईपीएल में यह धाकड़ बल्लेबाज अभी भी कमाल का प्रदर्शन करता है। यहीं कारण है कि 43 साल के हो चुके धोनी पर चेन्नई सुपर किंग्स अभी भी भरोसा जताते हैं। धोनी ने अपनी सीएसके के साथ-साथ भारतीय टीम के लिए कई जुझारू पारियां खेली हैं। धोनी के संन्यास लेने के बाद भी उनके फैंस विजय हजारे ट्रॉफी में खेली एक यादगार पारी को याद कर रहे हैं। उन्होंने अपने अंदाज में 70 रन की धमाकेदार पारी खेली।
इतनी गेंदों पर मारे 70 रन
पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) भारत के लिए कई बार संकटमोचक बन चुके हैं। लेकिन इस बार विजय हजारे ट्रॉफी में वह उन्होंने झारखंड की तरफ से खेलते हुए धमाकेदार पारी खेली। विस्फोटक पारियां खेलने वाले धोनी इस मुकाबले में धैयपूर्वक बल्लेबाजी कर रहे थे।
यह मैच साल 2015 में दिल्ली बनाम झारखंड केबीच खेला गया था। इस मैच में दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 225 रन पर ढेर हो गई थी। यहां से लग रहा था कि झारखंड इस मुकाबले को आसानी से अपने नाम कर लेगा, लेकिन मैच में ट्विस्ट तब आया जब 226 रन का पीछा करते हुए झारखंड़ का टॉप ऑर्डर पूरी तरह से लड़खड़ा गया। एक समय पर धोनी की टीम के 32 पर पांच विकेट गिर चुके थे।
उस समय धोनी ने बल्लेबाजी में मोर्चा संभाला और 108 गेंदों का सामना किया और नाबाद 70 रन बनाए। उन्होंने 147 मिनट तक मैदान पर बल्लेबाजी की। साथ ही धोनी की इस 70 रन की पारी में 5 चौके और 4 लंबे छक्के शामिल थे। लेकिन उनकी 70 रन की पारी भी अपनी टीम के काम न आ सकी और पूरी टीम 126 रन पर सिमट गई। धोनी एक तरफ गेंदबाजों की कूटाई करते रहे, लेकिन दूसरी तरफ से दिल्ली के गेंदबाज विकेट चटकाटे रहे। झारखंड की ओर से सिर्फ कौशल सिंह (11) और अंकित डबास (16) दहाई का आंकड़ा पार कर सके थे।
भारत के लिए भी खेल चुके हैं ऐसी पारी
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) कई बार भारत के लिए ऐसी पारियां खेल चुके हैं जब एक तरफ से बल्लेबाज विकेट गिरते रहे और दूसरी तरफ से धोनी रन बनाते रहे हैं। भारत बनाम पाकिस्तान 2012 चेन्नई में खेले गए पहले एकदिवसीय मैच में धोनी की एक पारी कुछ इसी तरह की रही थी।
पाकिस्तान के सामने भारत ने अपने पांच विकेट सिर्फ 29 रन बना गंवा दिए थे। तब कप्तान ने रैना के साथ मिलकर पारी को संभाला और छठे विकेट के लिए 148 गेंदों पर 70 रन की अहम साझेदारी निभाई। इसके बाद धोनी ने अश्विन के साथ नाबाद साझेदारी कर भारत को 200 के पार पहुंचाया। एक समय ऐसा लग रहा था कि भारत पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाएगा, लेकिन तब धोनी ने कप्तानी पारी खेली और 125 गेंदों पर नाबाद 113 रन पाए।
हालांकि, भारत यह मुकाबला हार गया था। जबकि साल 2017 में भारत बनाम श्रीलंका के बीच खेले गए एक वनडे मैच में जब भारत की पूरी पारी 112 रन पर सिमट गई थी। उसमें धोनी ने 65 रन का योगदान दिया था। जबकि भारत बनाम इंग्लैंड 2017 के दूसरे वनडे मैच में भारत के टॉप थ्री बल्लेबाज 25 रन पर आउट हो गए थे। तब धोनी (MS Dhoni) और युवराज सिंह ने यहां पर मोर्चा संभाला और दोनों ने शतक जड़ा। जहां धोनी ने 134 रन की शानदार पारी खेली तो वहीं, युवराज सिंह 150 रन बनाए। भारत ने यह मुकाबला 15 रन से जीता था।
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