जून के महीने में भारतीय टीम (Indian Team) और न्यूजीलैंड टीम के बीच टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल मैच खेला जाना है. इसके बाद भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज भी खेली जानी है. इन दोनों ही टेस्ट मैचों के लिए 24 सदस्यीय टीम का चयन भी किया जा चुका है. इस टीम में कुछ ऐसे भी खिलाड़ी चुने गए हैं. जिन्होंने अगर इस बार टेस्ट मैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया तो हो सकता है कि उनका टेस्ट करियर ही खत्म हो जाए. आज हम उनके बारे में ही बात करेंगे.
इन पांच भारतीय खिलाड़ियों (Indian Players) का करियर है दांव पर
1. केएल राहुल (KL rahul)
एकदिवसीय और टी20 मैचों में Indian Team में अपनी जगह लगभग पक्की कर चुके शीर्ष क्रम के बल्लेबाज केएल राहुल ने 2019 के बाद से अभी तक एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है. ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में भी उन्हें टीम में जगह नहीं मिली थी. वैसे इस बार इंग्लैंड दौरे पर उन्हें टीम में शामिल जरूर किया गया है. लेकिन, उससे पहले राहुल को अपनी फिटनेस भी साबित करनी पड़ेगी. अगर वो साबित नहीं कर पाए या फिर एक भी मैच में फेल हो गए तो जल्द ही उनकी छुट्टी हो सकती है.
2. मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal)
ताबड़तोड़ बैटिंग में माहिर Indian Player मयंक अग्रवाल ने 14 टेस्ट मैचों में 1 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं. यही नहीं भारत में खेले अपने 5 मैचों में मयंक ने 597 रन बनाए हैं. लेकिन, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वो बुरी तरह से फ्लॉप रहे थे. यह भी कह सकते हैं कि विदेशी जमीं पर अभी भी मयंक को अपनी काबिलियत साबित करनी बची है. अगर अग्रवाल जी इसमें फेल होते हैं तो शुभमन गिल और पृथ्वी शॉ जैसे खिलाड़ियों से उन्हें काफी दिक्कत हो सकती है.
3. हनुमा विहारी (Hanuma Vihari)
बल्लेबाजी आलराउंडर के रूप में जाने जाने वाले हनुमा विहारी को एक बार फिर से भारतीय टीम (Indian Team) में टेस्ट स्पेशलिस्ट खिलाड़ी के रूप में इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया है. वैसे तो विहारी ने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पांच पारियों में 16, 8, 21, 4,और नाबाद 23 रन बनाए थे. सिडनी टेस्ट में जरुर वो नाबाद रहे थे. लेकिन, सिर्फ इतने से ही टीम में जगह नहीं पक्की हो जाती है. इंग्लैंड दौरे पर भी विहारी को अच्छा प्रदर्शन करना ही होगा. वर्ना सेलेक्शन कमिटी तुरंत ही विकल्प तलाश कर लेगी.
4. रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha)
महेंद्र सिंह धोनी के क्रिकेट करियर से संन्यास लेने के बाद रिद्धिमान साहा को Indian Team में टेस्ट क्रिकेट के विकेटकीपर बल्लेबाज के विकल्प के रूप में देखा जाता था. लेकिन, युवा खिलाड़ी ऋषभ पंत ने हाल के टेस्ट मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन कर उनके लिए मुश्किलें बढ़ा दीं. 38 टेस्ट मैचों में 3 शतक लगा चुके साहा को अब इंग्लैंड दौरे पर खुद को साबित करना ही होगा. अन्यथा उनका टाटा, बाए-बाए हो सकता है.
5. शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur)
2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट पदार्पण करने के बाद 3 सालों में सिर्फ 2 ही टेस्ट मैच खेलने में कामयाब हुए शार्दुल ठाकुर ने वैसे तो 7 विकेट झटके हैं. लेकिन, रन काफी ज्यादा पिटवाए हैं. इन दो ही मैचों में ठाकुर ने एक अर्धशतक भी जड़ा है. इंग्लैंड के खिलाफ भी उन्हें एक भी टेस्ट मैच नहीं खेलने का मौका मिला. अपने रन पिटवाने की आदत के कारण वो कई बार आलोचकों के निशाने पर आ चुके हैं. ऐसे में इस बार उनके सिर पर भी अच्छे प्रदर्शन की तलवार लटकी हुई रहेगी.