India में हर साल लाखों की संख्या में छात्र इंजीनियर बनते हैं। कई बच्चों का सपना होता है कि वो बड़े होकर इंजीनियर बनें। आंकड़ों के मुताबिक भारत में सालाना एक मिलियन इंजीनियरिंग स्नातक पैदा होते हैं और इनमें 3500 से अधिक इंजीनियरिंग कॉलेज हैं।
देश में इतने इंजीनियर पैदा होते हैं कि हर किसी को नौकरी देना संभव नहीं है, इसलिए अक्सर यह देखा गया है कि कुछ अपना व्यवसाय बदल लेते हैं। इसी तरह हमारे कुछ भारतीय क्रिकेटर भी हैं, जिन्होंने क्रिकेट की दुनिया में आने से पहले इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की है। आज हम अप्पको ऐसे ही कुछ क्रिकेटरों के बारे में बताएंगे।
इन पांच Indian क्रिकेटरों के पास है इंजीनियरिंग डिग्री
1. रविचंद्रन अश्विन
34 वर्षीय Indian ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बेहतरीन स्पिनरों में से एक हैं। हालांकि सीमित ओवरों में बहुत अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी उन्हें 2017 में सफेद गेंद वाली क्रिकेट टीम से बाहर कर दिया गया था। हालांकि आज तक उनका टेस्ट क्रिकेट में दबदबा कायम है। वह पहले से ही टेस्ट में भारत में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में से एक बन चुके हैं।
बता दें कि रविचंद्रन अश्विन के पास एसएसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, चेन्नई से सूचना प्रौद्योगिकी में बी.टेक की डिग्री है। पोस्ट-ग्रेजुएशन के बाद वह एक सॉफ्टवेयर कंपनी में शामिल हो गए। लेकिन, इसे उनका मन नहीं भरा तो क्रिकेट की दुनिया में कदम रख दिया। अश्विन ने एक बार साक्षात्कार में कहा था कि, "जहां तक मेरी इंजीनियरिंग की डिग्री का सवाल है, मेरे माता-पिता ने अंडर-17 क्रिकेट खेलने के बाद मुझे इसमें पढ़ाया।"
2. श्रीनिवास राघवन वेंकट राघवन
श्रीनिवास राघवन वेंकट राघवन एक पूर्व Indian ऑफ स्पिनर हैं, जरुरत पड़ने पर आक्रामक और रक्षात्मक, दोनों तरह की गेंदबाजी करने में सक्षम थे। उन्होंने 1965 से 1983 तक देश का प्रतिनिधित्व किया। आंकड़ों की बात करें तो वेंकटराघवन 57 टेस्ट में 36.11 की औसत और 2.27 की इकॉनमी दर से 156 विकेट लेने में सक्षम थे। उन्होंने देश के लिए 15 एकदिवसीय मैच भी खेले थे।
बता दें कि इस पूर्व Indian ऑफ स्पिनर श्रीनिवासराघवन वेंकटराघवन चेन्नई के गिंडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने अंपायरिंग भी की और एक समय वह अंपायरों के ICC के मुख्य पैनल के सदस्य बन गए थे।
3. एरापल्ली अनंतराव श्रीनिवास प्रसन्ना
एरापल्ली अनंतराव श्रीनिवास प्रसन्ना एक पूर्व Indian ऑफ स्पिनर हैं जिन्होंने 1962 से 1978 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में देश को सेवाएं दीं। एरापल्ली अनंतराव श्रीनिवास प्रसन्ना ने 49 टेस्ट में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें उन्होंने 30.38 की औसत 2.40 के इकोनॉमी रेट से 189 विकेट लिए। 1961-62 में कुछ टेस्ट खेलने के बाद इस भारतीय क्रिकेटर ने अपनी स्नातक की पढ़ाई खत्म करने का फैसला किया और पांच साल तक टेस्ट नहीं खेल सके।
बता दें कि प्रसन्ना के पास नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, मैसूर से इंजीनियरिंग की डिग्री है। पूर्व भारतीय स्पिनर के अनुसार उनका जन्म एक ऐसे युग में हुआ था, जिसमें हर किसी के पास डिग्री होना जरूरी था। उनका कहना था कि, “मेरी डिग्री ने मुझे बायोमैकेनिक्स और एरोडायनामिक्स को समझने में मदद की। इंजीनियरिंग का विश्लेषणात्मक पहलू आपको बेहतर विश्लेषण करने में मदद करता है।"
4. जवागल श्रीनाथ
पूर्व Indian तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ यकीनन देश के सबसे सफल तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने 1991 से 2003 तक भारत का प्रतिनिधित्व किया था। जवागल श्रीनाथ ने अपने 63 टेस्ट मैचों में 2.85 की औसत 30.49 की इकॉनमी से 236 विकेट हासिल किए हैं। साथ ही उन्होंने अपने 229 एक दिवसीय मैचों में 315 विकेट लिए हैं। वह एकदिवसीय मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज हैं।
बता दें कि जवागल श्रीनाथ ने श्री जयचामाराजेंद्र कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मैसूर से इंस्ट्रुमेंटेशन टेक्नोलॉजी में बीई की डिग्री हासिल की है। एक बार एक समारोह में उन्होंने कहा था कि, "आप महसूस कर सकते हैं कि क्रिकेट के साथ शिक्षा को जोड़ना जीवन में एक कठिन काम है। मेरे, अनिल कुंबले और कृष्णमाचारी श्रीकांत जैसे क्रिकेटरों के अनुभव के अनुसार, जिन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, शिक्षा को क्रिकेट के साथ जोड़ना कोई मुश्किल काम नहीं है।"
5. अनिल कुंबले
सिर्फ India ही नहीं दुनिया के सबसे महान लेग स्पिनरों में से एक अनिल कुंबले ने 1990-2008 तक भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया। कुंबले टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 2.69 की इकॉनमी और 29.65 के औसत से 619 विकेट लिए हैं। साथ ही उन्होंने एकदिवसीय मैचों में 337 विकेट के साथ Indian क्रिकेट टीम के लिए अग्रणी विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
इस महान लेग स्पिनर के पास राष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बैंगलोर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री है। उन्होंने 1991-92 में अपनी डिग्री प्राप्त की थी। एक बार क्रिकेट के लिए शिक्षा के महत्व के बारे में बात करते हुए अनिल कुंबले ने कहा था, “यह अच्छे और बुरे को संतुलित करने में मदद करता है। क्रिकेट में आप सफलता की गारंटी नहीं दे सकते, इसलिए शिक्षा आपको इससे निपटने के लिए तैयार करती है।”