भारतीय क्रिकेट का त्यौहार आईपीएल 2021 का 14वां सीजन 9 अप्रैल शुरु हो रहा है, जिसको लेकर सभी टीमें ने अपने खिलाड़ियों के साथ खेलने के लिए कमर कसनी शुरु कर दी हैं। आईपीएल की सभी टीमें नीलामी के जरिए कुछ दिग्गज खिलाड़ियों को टीम में शामिल करती हैं, तो कुछ खिलाड़ियों को टीम से बाहर का रास्ता दिखा देती हैं।
आईपीएल की सभी टीमें नीलामी के जरिए विदेशी दिग्गज खिलाड़ियों को अपनी टीम में इसलिए शामिल करती हैं, ताकि वो उनकी टीम की ओर से खेलकर धमाल मचा सकें। हालांकि सारे विदेशी खिलाड़ी आईपीएल की अपनी टीम की ओर वो धमाल नहीं मचा पाते हैं, जो वो अपने देश के लिए खेलते हुए धमाल मचाते हैं।
वो 5 विदेशी दिग्गज खिलाड़ी जो आईपीएल में हो जाते हैं फेल
हम इस आर्टिकल में आपको उन 5 विदेशी दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो अपने देश के लिए खेलते हुए तो धमाल मचाते हैं, लेकिन वो आईपीएल में हो जाते हैं फेल।
#5, आरोन फिंच
ऑस्ट्रेलिया के 34 वर्षीय आरोन फिंच दाएं हाथ के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज हैं, टी-20 क्रिकेट में फिंच आक्रामक स्टाइल और धुंआधार बल्बाजी के लिए जाने जाते हैं। फिंच ने अब तक 71 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 152.14 की स्ट्राइक रेट और 38.46 की औसत के साथ 2346 रन बनाएं हैं। अपने इस प्रदर्शन के दम पर वो आईसीसी टी-20 रैंकिंग में नंबर 2 के बल्लेबाज हैं।
हालांकि आरोन फिंच आईपीएल में अब तक 87 मैच चुके हैं, जिसमें उन्होंने 127.71 की स्ट्राइक रेट और 25.38 की औसत के साथ 2005 रन बनाएं हैं।
आरोन फिंच के अगर हम अंतरराष्ट्रीय टी-20 करियर से आईपीएल करियर की तुलना करेंगे, तो वो अंतरराष्ट्रीय में जहां 152.14 के स्ट्राइक खेलते हैं, तो आईपीएल में उनका स्ट्राइक रेट घटकर 127.71 हो जाता है। दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय टी-20 में उनका औसत 38.46 का है, तो आईपीएल में उनका औसत घटकर 25.38 का हो जाता है।आरोन अपने इसी खराब प्रदर्शन वजह, आईपीएल 2021 की नीलामी में अनसोल्ड रह गए।
#4, मार्टिन गप्टिल
न्यूजीलैंड के 34 वर्षीय मार्टिन गप्टिल दाएं हाथ के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज हैं। गप्टिल की खासियत है कि वो टी-20 क्रिकेट में आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं। गप्टिल ने अब तक 99 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 136.23 की स्ट्राइक रेट और 32.26 की औसत के साथ 2839 रन बनाएं हैं। अपने इस प्रदर्शन के दम पर वो आईसीसी टी-20 रैंकिंग में 8वें नंबर के बल्लेबाज हैं।
हालांकि मार्टिन गप्टिल आईपीएल में भी 13 मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 137.76 की स्ट्राइक रेट और 22.5 की औसत के साथ 270 रन बनाएं हैं।
मार्टिन गप्टिल के अगर हम अंतरराष्ट्रीय टी-20 करियर से आईपीएल करियर की तुलना करेंगे, तो देखेंगे कि वो अंतरराष्ट्रीय टी-20 में 136.23 के स्ट्राइक रेट बल्लेबाजी करते हैं, हालांकि आईपीएल में भी वो 137.76 के स्ट्राइक रेट से ही बल्लेबाजी करते हैं। लेकिन दूसरी तरफ वो अंतरराष्ट्रीय टी-20 जहां, 32.26 के औसत के बल्लेबाजी करते हैं, तो आईपीएल में उनका औसत घटकर 22.5 पर आ जाता हैं। अपने इसी खराब प्रदर्शन की वजह से, आईपीएल 2021 की नीलामी में गप्टिल अनसोल्ड रह गए।
#3, टिम साउदी
न्यूजीलैंड के टिम साउदी दाएं के तेज गेंदबाज हैं, उनकी खासियत है, कि वो तेज गति के साथ गेंद को स्विंग कराना भी जानते हैं। साउदी ने अब तक 79 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 8.43 की इकोनॉमी और 25.67 की औसत के साथ 93 विकेट लिए हैं, अपने इसी प्रदर्शन के दम पर वो आईसीसी टी-20 रैंकिंग में 9वें नंबर के गेंदबाज हैं।
हालांकि टिम साउदी ने आईपीएल में भी 40 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 46.18 की औसत के और 8.74 की इकोनॉमी के साथ 28 खिलाड़ियों को पवेलियन का रास्ता दिखाया है।
टिम साउदी के अगर हम अंतरराष्ट्रीय टी-20 करियर से आईपीएल करियर की तुलना करेंगे, तो देखेंगे कि वो अंतरराष्ट्रीय टी-20 में 25.67 की औसत के साथ गेंदबाजी करते हैं, तो आईपीएल में उनकी औसत बढ़कर 46.18 हो जाता है। दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय टी-20 में वो 8.43 की इकोनॉमी के साथ गेंदबाजी करते हैं, तो आईपीएल उनकी इकोनॉमी बढ़कर 8.74 हो जाती है। आईपीएल में अपने इसी खराब प्रदर्शन की वजह से टिम साउदी आईपीएल 2021 की नीलामी में अनसोल्ड रह गएं।
#2, तबरेज शम्सी
31 साल तबरेज शम्सी दाएं हाथ के चाइनामैन गंदबाज हैं, तबरेज की खासियत हैं, कि वो सीमित ओवर के खेल में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करते हैं। तबरेज ने अब तक 28 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 28.15 की औसत और 7.38 इकोनॉमी के साथ 27 विकेट लिए हैं। अपने इसी प्रदर्शन के दम वो आईसीसी टी-20 रैंकिंग में नंबर 2 की पॉजिशन पर काबिज हैं।
हालांकि तबरेज शम्सी ने आईपीएल में भी 4 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 49.00 की औसत और 9.19 इकोनॉमी के साथ 3 खिलाड़ियों को पवेलियन का रास्ता दिखाया है।
तबरेज शम्सी के अगर हम अंतरराष्ट्रीय टी-20 करियर से आईपीएल करियर की तुलना करेंगे, तो देखेंगे कि वो अंतरराष्ट्रीय टी-20 में 28.15 की औसत के साथ गेंदबाजी करते हैं, तो आईपीएल में उनकी औसत बढ़कर 49.00 की हो जाती है। तो दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय टी-20 में वो जहां 7.38 की इकोनॉमी के साथ गेंदबाजी करते हैं, तो आईपीएल में उनकी इकोनॉमी बढ़कर 9.19 की हो जाती है। अपने इसी खराब प्रदर्शन की वजह से आईपीएल 2021 की नीलामी वो अनसोल्ड रह गए।
#1, ग्लेन मैक्सवेल
ऑस्ट्रेलिया के 32 वर्षीय ग्लेन मैक्सवेल दाएं हाथ हरफनमौला खिलाड़ी हैं। सीमीत ओवर के खेल में वो धुंआधार बल्लेबाजी और ठीक-ठाक गेंदबाज के रूप में जाने जाते हैं। मैक्सवेल ने अब तक 72 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 158.93 की स्ट्राइक रेट और 31.79 औसत के साथ 1780 रन बनाएं हैं। दूसरी तरफ गेंदबाजी में उन्होंने 26.16 की औसत और 7.51 की इकोनॉमी के साथ 31 विकेट लिये हैं।
हालांकि ग्लेन मैक्सवेल अब तक 82 आईपीएल मैच भी खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 154.68 की स्ट्राइक रेट और 22.13 की औसत के 1505 रन बनाएं हैं। दूसरी तरफ गेंदबाजी में उन्होंने 41.05 की औसत और 8.57 की इकोनॉमी के साथ 19 विकेट लिए हैं।
ग्लेन मैक्सवेल के अगर हम अंतरराष्ट्रीय टी-20 करियर से आईपीएल करियर की तुलना करेंगे, तो देखेंगे कि वो अंतरराष्ट्रीय टी-20 में 158.93 के स्ट्राइक रेट बल्लेबाजी करते हैं, तो आईपीएल में भी वो 154.68 के स्टाइक रेट बल्लेबाजी करते हैं। लेकिन दूसरी तरफ वो अंतरराष्ट्रीय टी-20 जहां, 31.79 के औसत के बल्लेबाजी करते हैं, तो आईपीएल में उनका औसत घटकर 22.13 पर आ जाता हैं।
अंतराराष्ट्रीय टी-20 में मैक्सवेल 26.16 की औसत से गेंदबाजी करते हैं, तो आईपीएल में उनका औसत बढ़कर 41.05 का हो जाता है। दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय टी-20 में वो 7.51 को इकोनॉमी के गेंदबाजी करते हैं, तो आईपीएल में उनकी इकोनॉमी बढ़कर 8.57 की हो जाती है। आईपीएल 2021 में ग्लेन मैक्सवेल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की ओर से खेलते हुए नज़र आएंगे।