अपने देश की टीम के साथ जुड़ना और उसके लिए क्रिकेट (Cricket) खेलना का हर खिलाड़ी का सपना होता है. उसके बाद उनका एक ही लक्ष्य होता है कि वो देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करे और अपने नाम से विश्वभर में एक अलग पहचान बनाए. अक्सर क्रिकेट में देखा गया है कि अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी ने अपने नाम कई बड़े रिकॉर्ड बनाए है.
खिलाड़ियों के अच्छा प्रदर्शन करने के बाद या तो उनके नाम पर किसी भी स्टेडियम का नाम हो जाता है या तो किसी भी स्टेडियम में उनके नाम से कुछ स्टैंड बना दिए जाते हैं. लेकिन, कुछ खिलाड़ियों के साथ यह इस्तेफाक रहा है कि उनके नाम से उनके शहर का नाम भी देखा जाता है. तो आज हम इस आर्टिकल के जरिए आपको बताते हैं कि वो खिलाड़ी कौन हैं जिनके नाम से मिलते हैं उनके शहरों के नाम.
इन पांच खिलाड़ियों के नाम से हैं उनके शहर के नाम
1. भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar)
भुवनेश्वर कुमार एक दाहिने के हाथ के मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं. जिन्होंने अपनी स्विंग से ना जाने कितने बड़े-बड़े बल्लेबाजों को बाहर का रास्ता दिखाया है. कुमार ने भारतीय सरजमीं में तो अपना जादू दिखाया ही है साथ ही उन्हें विदेशी धरती पर भी अपनी गेंदबाजी का जादू बिखरते देखा गया है. भुवनेश्वर कुमार घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश और आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हैं.
कुमार अपनी इनस्विंग और आउटस्विंग के लिए माहिर तो है ही हैं. लेकिन, उनको अपनी लेटस्विंग डालकर विकेट झटकने में ज्यादा मज़ा आता हैं. आपको एक मजेदार बात बताते हैं कि भुवनेश्वर कुमार के नाम से उनके राज्य ओड़िसा की राजधानी 'भुवनेश्वर' शहर का नाम से हूबहू मिलता है. कुमार ने भारतीय टीम में खेलते हुए अभी तक 117 वनडे मैच खेल चुके हैं जिसमें उन्होंने ने 34.07 की औसत से 138 विकेट नाम किए. वहीं टी20 Cricket में उन्होंने अभी तक 48 मैच खेले हैं जिसमें 26.73 की औसत से 45 विकेट उनके खाते में दर्ज हैं.
2. हैमिल्टन मसकाद्जा (Hamilton Masakadza)
जिम्बाम्बे की टीम में कप्तानी के रूप में पहचान बना चुके हैमिल्टन मसकाद्जा अपनी टीम के शानदार बल्लेबाज माने जाते हैं. उन्होंने साल 2016 आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में अंतरराष्ट्रीय टीम के लिए कप्तानी की थी. लेकिन, पूरे सीजन अच्छा प्रदर्शन ना कर पाने की वजह से उन्होंने कप्तानी छोड़ दी थी.
फरवरी 2019 में जिम्बाम्बे Cricket बोर्ड ने यह फैसला किया कि 2019-20 में सीजन के तीनों ही फॉर्मेट में कप्तानी का भार हैमिलटन मसकाद्जा को दिया जायेगा. वहां एक दाएं हाथ के शानदार बल्लेबाज होने के साथ-साथ उन्हें कभी-कभी दाएं के साथ मध्यम गति से गेंदबाजी करते हुए देखा गया है.
उन्होंने अपने आपको एक सफल कप्तान के रूप में ढाला है. काफी लंबे समय के साथ उन्होंने टेस्ट फॉर्मेट में जिम्बाम्बे को जीत दिलाई. जिसके बाद मसकाद्जा को जिम्बाम्बे के लिए एक अच्छा कप्तान के रूप में देखे जाने लगा और फिर उन्होंने ने टीम को कई छोटी-बड़ी जीत दिलाई. मसकाद्जा का नाम न्यूज़ीलैंड के शहर 'हैमिल्टन' के नाम से मिलता-जुलता है.
3. चार्ल्स कॉवेंट्री (Charles Coventry)
चार्ल्स कॉवेंर्टी एक दाएं के हाथ के शानदार बल्लेबाज हैं और जिम्बाम्बे की टीम के मुख्य खिलाड़ियों में से भी हैं. बल्लेबाजी के साथ उन्हें कई बार विकेटकीपिंग भी करते हुए देखा है. जो उनको एक सफल और शानदार Cricketer बनाता है. बांग्लादेश के खिलाफ उनके बल्ले से रिकॉर्ड नाबाद 194 रन भी निकल चुके हैं.
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले कॉवेंट्री को 2003 में इंग्लैंड दौरे के लिए चुना गया था. जिसमें उन्हें बतौर ओपनर बल्लेबाज के रूप में उतारा गया. वनडे मैच बतौर सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरना चार्ल्स के लिए बहुत बड़ी बात थी.
इस सीरीज के बाद उन्हें टीम में और मौके नहीं मिले. लेकिन, उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपने पैर जमाकर रखे और शानदार प्रदर्शन करते रहे. इतने अच्छे प्रदर्शन करने के बाद एक बार फिर पाकिस्तान के खिलाफ टीम में शामिल किया गया. चार्ल्स का नाम न्यूज़ीलैंड के शहर 'कॉवेंट्री' से मिलता-जुलता है.
4. जोएल पेरिस (Joel Paris)
जोएल पेरिस का पूरा नाम जोएल सैमुअल्स पेरिस है जो ऑस्ट्रेलिया के शानदार खिलाड़ी हैं. वो वर्तमान में पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया और पर्थ स्कॉचर्स के लिए खेलते हैं. इन्होंने मात्र 16 साल की उम्र में ही अंडर-19 Cricket में कदम रख दिया था. बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करना इनकी खासियत है.
जोएल ने 2012 में आईसीसी अंडर-19 में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर 6 विकेट अपने नाम किए थे. उन्होंने इस विश्वकप से पहले यूथ कूल के लिए 8 वनडे मैच खेले थे. उन्होंने 12 जनवरी 2016 में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की टीम से अपना पहला वनडे मैच खेला था.
उनके नाम 11 नंबर की जर्सी पहनी थी. वो यही जर्सी है जिसको किसी समय ग्लेन मैक्ग्रा द्वारा पहना जाता था. जोएल का नाम पेरिस शहर से हूबहू मिलता है. युवा होने के साथ-साथ उनके पास इनती काबिलियत है कि वो बड़े-बड़े बल्लेबाज को बाहर भेज सकते हैं.
5. सिडनी बार्न्स (Sydney Barnes)
दाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज जिन्होंने ना जाने कितने बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था. साथ ही साथ उन्होंने प्रथम श्रेणी Cricket में 719 विकेट अपने नाम किए थे. सिडनी फ्रांसिस बार्न्स को अपनी घूमती गेंदों से बल्लेबाजों को छकाने में बहुत मजा आता था. इनके पास इतनी काबिलियत थी कि वो धीमी गति के साथ-साथ मैच को देखते हुए तेज गेंदबाजी भी करने की काबिलियत भी रखते थे.
इंग्लैंड के इस खिलाड़ी ने अपनी टीम के लिए कुल 27 टेस्ट मैच खेले जिसमें 16.43 की औसत से 189 विकेट अपने नाम किए. 1911-12 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज शृंखला में 34 विकेट लेकर इंग्लैंड को जिताने में मुख्य भूमिका निभाई थी.
उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के चार मैचों में 49 विकेट हासिल कर विश्व रिकॉर्ड बनाया. इंग्लैंड के इस खिलाड़ी का नाम ऑस्ट्रेलिया के 'सिडनी' शहर से मिलता है. उन्होंने अपनी गेंदबाजी के साथ ना जाने कितने दिलों को जीता है.