हाल ही में इंडिया और इंग्लैंड के बीच हुए एजबेस्टन टेस्ट मैच के दौरान विराट कोहली और जॉनी बेयरस्टो के बीच हुई स्लेजिंग (Sledging) अब तक क्रिकेट फैंस को याद है। विराट कोहली ने जॉनी बेयरस्टो को स्लेज (Sledging) किया, जिसके बाद उन्होंने आक्रमक अंदाज में इंडिया के खिलाफ शतकीय पारी खेली। जॉनी की विस्फोटक पारी के बदौलत ही इंग्लैंड की टीम इंडिया द्वारा दिए गए पहाड़नुमा टारगेट को चेज़ करने में सफल रही।
ऐसे में विराट का जॉनी को स्लेज करना टीम इंडिया को बहुत भारी पड़ा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्रिकेट के मैदान पर यह पहला मौका नहीं था, जब किसी खिलाड़ी ने विरोधी टीम के खिलाड़ी को स्लेज (Sledging) किया और उसे भारी नुकसान उठाना पड़ा। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपके साथ तीन ऐसे किस्से शेयर करने जा रहे हैं, जब क्रिकेट के मैदान पर स्लेजिंग (Sledging) करने वाले खिलाड़ी की टीम को भारी नुकसान हुआ हो।
इन 4 लम्हों में Sledging करना खिलाड़ियों पर भारी पड़ा
भज्जी vs रावलपिंडी एक्सप्रेस
स्लेजिंग की कई बुरी यादें पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के करियर से भी जुड़ी हैं। इन्ही किस्सों में से एक हरभजन सिंह के साथ का भी है। ये बात है साल 2010 में हुए एशिया कप की। पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान टीम ने भारत के सामने 268 रनों का टारगेट रखा था। टीम इंडिया का मध्यक्रम चरमरा गया, जिसके बाद टीम मुश्किल में पड़ गई।
इसके बाद शोएब अख्तर का सामना हरभजन सिंह से हुआ। ऐसे में दोनों खिलाड़ियों के बीच बहस हुई और दोनों भड़के हुए नजर आए। इसके बाद अख्तर ने भज्जी को बाउंसर मारने की सोची, दूसरी ओर, हरभजन का इरादा रावलपिंडी को सबक सिखाने का था। अख्तर के ओवर की एक गेंद में हरभजन सिंह ने एक गगनचुंबी छक्का जड़कर शोएब को चारों खाने चित्त कर दिया। जानकारी के लिए बता दें कि ये मैच टीम इंडिया के नाम रहा।
लारा vs कंगारू टीम
कंगारू टीम भी जोश-जोश में कैरेबियन टीम के पूर्व खिलाड़ी ब्रायन लारा को स्लेजिंग करने की गलती कर बैठी जिसका उन्हें भारी खामियाजा भुगताना पड़ा। साल 2003 में वेस्टइंडीज टीम और कंगारू टीम के बीच एक टेस्ट मैच खेला जा रहा था। इस दौरान येलो टीम अपनी पहली पारी के दौरान 240 रन बनाकर ही ऑलआउट हो गई थी। जवाब में वेस्टइंडीज टीम 3 विकेट के नुकसान में 73 रन बना चुकी थी। इसके बाद मोर्चा संभालने के मैदान पर लारा उतरे।
लारा को मैदान पर देख कंगारू टीम बौखला गई, ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडन और कप्तान स्टीव वॉ ने स्लेजिंग (Sledging) की नीति चुनी और अपने शब्दों से लारा पर हमला बोल दिया। ब्रायन कंगारू टीम की बातों से गुस्से में आ गए, जिसके बाद उन्होंने मुंह से जवाब देने के बजाय अपने बल्ले से जवाब देना बेहतर समझा। ब्रायन ने लगातार शानदार शॉट्स लगाए और ऑस्ट्रेलिया टीम के मुंह पर ताला लगा दिया। इसके बाद वेस्टइंडीज टीम ने ऑस्ट्रेलिया को मैच में मात दी।
यूवी vs एंड्रयू फ्लिंटॉफ
क्रिकेट मैदान पर स्लेजिंग (Sledging) की बात हो और युवराज सिंह और एंड्रयू फ्लिंटॉफ का जिक्र न हो, ये तो नामुमकिन है। साल 2007 में यूवी ने पूरी दुनिया को ये बताया था कि उनसे क्रिकेट मैदान पर पंगा लेना सबसे बड़ी मूर्खता है। उन्होंने अपने बल्ले से आग उगलते हुए ये दुनिया को इस बात का सबूत दे दिया था कि उनसे पंगा लेना खुद की शामत को दावत देने जैसा है।
दरअसल, हुआ कुछ यूं कि टी20 वर्ल्ड कप 2007 के दौरान युवराज सिंह की विस्फोट फॉर्म देखकर एंड्रयू फ्लिंटॉफ डर गए। जिसके बाद हड़बड़ात में एंड्रयू युवराज को स्लेज करने की गलती कर बैठे। इसके बाद फैंस ने जो नजराना देखा वो आज भी हर किसी के जहन में जिंदा है। स्लेजिंग (Sledging) के बाद यूवी ने स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में बैक टू बैक छह छक्के जड़ कर एंड्रयू को मुंह तोड़ जवाब दिया।
विराट कोहली vs जॉनी बेयरस्टो
हाल ही में एजबेस्टन में इंग्लैंड और भारत के बीच पांचवां टेस्ट मैच खेला गया था। टेस्ट में विराट कोहली ने इंग्लैंड टीम के बल्लेबाज को स्लेज किया, जिसका टीम इंडिया को काफी भारी खामियाजा भुगताना पड़ा। दरअसल, इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान, जॉनी बेयरस्टो के साथ कोहली का विवाद हुआ था। तीसरे दिन, इंग्लैंड के बल्लेबाज को मोहम्मद शमी द्वारा ऑफ स्टंप के बाहर लगातार पीटा जा रहा था। तभी कोहली ने उनसे कुछ ऐसा कहा जिस पर उन्होंने पलटवार किया।
इससे कोहली नाराज हो गए; इसके बाद उन्होंने बल्लेबाज पर अपनी जुबान खोल दी। स्लेजिंग (Sledging) के बाद जॉनी ने कोहली को अपने बल्ले से जवाब देने की सोची और शतकीय पारी खेल टीम इंडिया इंडिया के गेंदबाजों को दिन में तारे दिखा दिए। हालांकि अंत में, भारत के पूर्व कप्तान ने उनका कैच पकड़ा और जब वह लॉन्ग वॉक पर वापस पवेलियन लौट रहे थे, तब उन्होंने एक फ्लाइइंग किस किया। लेकिन इंग्लैंड की दूसरी पारी के दौरान जॉनी ने नाबाद शतकीय पारी खेल अपनी टीम को जीत दिलवाई।