भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच जारी 3 मैचों की वनडे सीरीज खेली जा रही है। इस सीरीज का पहला बुधवार को बोलैंड पार्क में खेला गया। इस मैच में टीम इंडिया (Team India) को 31 रनों से हार का सामना करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान टेंबा बावूमा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। मेजबान टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट के नुकसान पर 296 रन बनाए थे। टीम इंडिया (Team India) को मैच जीतने के लिए 297 रन बनाने थे, लेकिन भारतीय टीम 265 रनों पर ही सिमट गई।
अनुभवी टीम इंडिया (Team India) इस वनडे सीरीज को अपने नाम करने के लिए प्रबल दावेदार मानी जा रही है। लेकिन फिर भी पहले वनडे मुकाबले में भारत का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं था। काजगों पर मजबूत दिख रही टीम इंडिया मैदान पर दक्षिण अफ्रीका से परास्त हो गई। तो आइए जानते हैं पहले वनडे में टीम इंडिया की हार के 3 प्रमुख कारण क्या है।
मिडल ओवर्स में Team India नहीं ले पाई विकेट
पहले वनडे मैच में भारतीय टीम (Team India) अपने अनुभवी गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरी थी। इस मैच में जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, शार्दुल ठाकुर, रविचंद्रन अश्विन और युजवेंद्र चहल भारत के मुख्य गेंदबाज थे। लेकिन इसके बावजूद टीम इंडिया (Team India) मिडल ओवर्स में विकेट चटकाते में नाकाम रही है।
दक्षिण अफ्रीका ने 3 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 68 रन थे। ऐसे में भारत के पास मैच में मजबूत पकड़ बनाने का जबरदस्त मौका था। लेकिन मिडल ओवर्स में गेंदबाजी करने आए युजवेंद्र चहल को एक भी विकेट नहीं मिला। तो वहीं अश्विन को सिर्फ एक विकेट से संतोष करना पड़ा। लिहाजा दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाल टेंबा बावुमा और रासी वैन डर डूसेन के बीच 204 रनों की साझेदारी हो गई। इस साझेदारी के कारण टीम इंडिया मैच में पूरी तरह पिछड़ गई।
मिडल ऑर्डर हुआ फ्लॉप
बीते 4/5 सालों से वनडे फॉर्मेट में इंडियन टीम को बल्लेबाजी में सुदृढ़ मिडल ऑर्डर नहीं बन पाया है। बुधवार को हुए मुकाबले में भी इंडियन टीम का मिडल ऑर्डर दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों के आगे धाराशाही हो गया। टीम इंडिया (Team India) की बल्लेबाजी की शुरुआत अच्छी हो गई थी, हालांकि कप्तान के. एल राहुल सिर्फ 12 रन बना कर आउट हो गए थे। लेकिन विराट कोहली और शिखर धवन के बीच 92 रनों की साझेदारी हो चुकी थी।
एक समय पर भारत का स्कोर 138/1 था। लेकिन इसके बाद शिखर धवन 79 बना कर आउट हुए और इसके बाद विराट कोहली भी 51 रन बना कर पवेलियन लौट गए। अभी भी भारत इस मैच में। आगे था, लेकिन मिडल ऑर्डर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत साझेदारी बनाने में नाकाम रहे। जिसके कारण भारत के विकेट गुच्छे में गिरने लगे। कप्तान राहुल ने भी मिडल ऑर्डर में साझेदारी ना बनने को मैच हारने का मुख्य कारण बताया।
बावूमा और रासी की पार्टनरशिप पड़ी भारी
दक्षिण अफ्रीका की जीत का श्रेय टीम के गेंदबाजों के साथ बल्लेबाजों को भी दिया जाना चाहिए। खासकर कप्तान बावूमा और दाएं हाथ के बल्लेबाज रासी वैन डर डूसें। ये दोनो ही बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों पर पूरी तरह से भारी पड़े। दोनों बल्लेबाजों ने अपने शतक पूरे करने के साथ 204 रनों की विशालकाय साझेदारी भी की।
बावूमा ने इस मैच में 110 रनों की पारी खेली तो वहीं रासी ने 129 रन बनाए, जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच के अवार्ड से भी नवाजा गया। अगर भारतीय गेंदबाज इन दोनो बल्लेबाजों को सस्ते में आउट करने में कामयाब होती तो मैच का नतीजा भारत की ओर झुक सकता था। लेकिन इन दोनो बल्लेबाजों की शानदार बैटिंग ने टीम इंडिया (Team India) के गेंदबाजों की जमकर पिटाई की।