Ranji Trophy 2024: भारत में खेले जा रहे घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy 2024) में हर एक मैच के साथ ही कई रिकॉर्ड बन और टूट रहे हैं। इसी बीच दो बल्लेबाजों ने मिलकर ऐसा कारनामा किया है जो सोच पाना भी मुश्किल है. हाल ही में राजस्थान के महिपाल लोमरोर ने टूर्नामेंट में नाबाद तिहरा शतक जड़कर सुर्खियां बटोर रहे हैं। उनके अलावा दो और बल्लेबाजों ने अलग ही कारनामा कर दिया है। 90 बार गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाकर और तिहरा शतक का छक्का लगाकर अलग ही वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। इन दोनों के चर्चे सोशल मीडिया से लेकर एक एक चैनल की हेडलाइन्स बन गए हैं. कौन हैं ये 2 भारतीय बल्लेबाज, आइये आपको भी इनसे रूबरू करवाते हैं....
Ranji Trophy 2024 इन 2 भारतीयों बल्लेबाजों ने लिखा इतिहास
आपको बता दें कि रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy 2024) में गोवा और अरुणाचल प्रदेश के बीच मुकाबला चल रहा है। इस मैच का पहला दिन गोवा के लिए खेलने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर के नाम रहा। उन्होंने मैच के पहले दिन अपने करियर का पहला पांच विकेट लिया। इसके साथ ही अरुणाचल की टीम महज 86 रन पर ढेर हो गई। इसके बाद मैच का दूसरा दिन भी गोवा के नाम रहा। पहले दिन गोवा ने गेंद से मैच में बढ़त बनाई थी। दूसरे दिन बल्लेबाजी के दम पर बढ़त बनाई। लेकिन, तीसरे दिन गोवा के इन 2 बल्लेबाजों ने भी गजब का धमाल मचाया, जिसके बारे में सोच पाना भी नामुमकिन है।
दोनों खिलाड़ियों ने 600 रनों की साझेदारी की
गोवा को अरुणाचल के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में बढ़त मिली। यह बढ़त कश्यप बाकले और स्नेहल कौथनकर के तूफानी और विध्वंसक प्रदर्शन की वजह से मिली। इन दोनों बल्लेबाजों ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उसे अरुणाचल के गेंदबाज कभी नहीं भूल पाएंगे। दोनों के बीच 600 से ज्यादा रनों की साझेदारी हुई। यह किसी फर्स्ट क्लास (Ranji Trophy 2024) क्रिकेटर की सबसे बड़ी साझेदारी है। दोनों बल्लेबाजों ने मैच में तिहरा शतक लगाया। इसलिए हम इसे शतकों का छक्का कह रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि इन दोनों बल्लेबाज को गेंदबाज आउट भी नहीं कर सके और टीम ने पारी घोषित करने का फैसला किया।
सिर्फ 90 गेंदों पर 372 रन बनाए
कश्यप बाकले ने 260 गेंदों का सामना करते हुए 300 रनों की पारी खेली। उन्होंने अपने बल्ले से 39 चौके और 2 छक्के भी लगाए। स्नेहल कौथनकर ने भी अरुणाचल की धज्जियां उड़ाईं। उन्होंने 215 गेंदों पर 314 रन बनाए। उन्होंने 45 चौके और 4 बड़े छक्के भी लगाए। अगर इन दोनों की ओर से लगाई गई बाउंड्री को देखें तो दोनों खिलाड़ियों ने 90 बार गेंदों को बाउंड्री पार पहुंचाते हुए 372 रन बनाए। आंकड़े बताते हैं कि दोनों खिलाड़ियों ने कितना तूफानी खेल खेला होगा। इस तूफानी खेल की बदौलत गोवा की पारी 712 रनों पर समाप्त हुई।