जून महीने में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट्स अलविदा कह चुके दिग्गज युवराज सिंह सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। वह अक्सर पोस्ट पर कमेंट्स करते नज़र आते हैं। ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस में दिनेश कार्तिक ने बताया था कि जब वह 2004 में पानी पहुंचाने मैदान पर पहुंचते वक्त कप्तान सौरव गांगुली से भिड़ गए थे। इस पर युवी ने रिप्लाई कर बताया कि आखिर दादा ने कार्तिक को क्या बोला था…
दादा ने सुनाई थी दिनेश कार्तिक को खरी-खोटी
Throwback to our Champion recalling this hilarious moment on the field!#ThrowbackThursday #DineshKarthik #SouravGanguly #RohitSharma #Cricket @DineshKarthik @gauravkapur pic.twitter.com/jDoQSYRnL3
— Oaktree Sports (@OaktreeSport) September 19, 2019
विश्व कप के सेमीफाइनल मैच में आखिरी बार दिखे दिनेश कार्तिक आज कल टीम से बाहर चल रहे हैं। इस बीच Oaktree Sports ने पुराना वीडियो दिनेश कार्तिक का एक पुराना वीडियो शेयर किया है।
जिसमें कार्तिक ने बताया, भारत और पाकिस्तान के मैच में एक एक्टस्ट्रा खिलाड़ी के रूप में मौजूद थे। “मैं उस खेल में एक विकल्प था और मुझे खिलाड़ियों के लिए ड्रिंक्स लेकर जाना था। मैं खिलाड़ियों को ड्रिंक्स देने के लिए दौड़ रहा था और गलती से मैं फिसल गया और दादा से टकरा गया। तब वह पीछे मुड़े और चिल्लाए, “आपको ये खिलाड़ी कहां से मिल जाते हैं, कौन है ये?”
युवराज सिंह ने बताए दादा के सटीक शब्द
अब कार्तिक के साथ-साथ युवराज सिंह भी उन दिनों टीम का हिस्सा थे और वहां मौजूद थे। इसलिए युवी ने कार्तिक की इस वीडियो पर रिप्लाई लिखा- दादा सटीक शब्द! कौन है रे ये पागल! कहां से पकड़ कर लाते है…
टीम में वापसी करना कार्तिक के लिए मुश्किल
विश्व कप के दौरान चयनकर्ताओं ने ऋषभ पंत के बजाय दिनेश कार्तिक को उनके एक्सपीरियंस के चलते विश्व कप टीम में प्राथमिकता दी थी। लेकिन कार्तिक मिले हुए इस मौके को भुना नहीं पाए। कुल 3 मैचों में उन्हें बल्लेबाजी का मौका मिला लेकिन टीम को संभालने में असफल रहे।
अब चयनकर्ताओं ने साफ कर दिया है कि वह आगामी टी 20 विश्व कप के लिए युवा खिलाड़ियों को आजमाएंगे। ऐसे में दिनेश कार्तिक का टीम में वापसी करना और भी अधिक मुश्किल हो जाता है।
आखिरी बार वह विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में नजर आए थे जहां उन्होंने 25 बॉल खाने के बावजूद महज 6 रन ही बनाए थे। यह कहना गलत नहीं होगा कि कार्तिक की यह पारी उनके क्रिकेट करियर पर ग्रहण लगाने के लिए काफी रही। हालांकि उन्हें अभी विजय हजारे ट्रॉफी के लिए तमिलनाडू की कमान सौंपी गई है।