भारतीय खेल जगत से एक बेहद बुरी खबर सुनने को मिल रही है। देश के एक बड़े महान खिलाड़ी का निधन हो गया है, जिसके बाद यह खबर सुनकर पूरा भारत देश गमगीन हो गया है, क्योंकि भारत ने एक दिग्गज खिलाड़ी को हमेशा के लिए खो दिया है, जिसने अपने खेल के प्रदर्शन के दम पर भारत का नाम पूरा दुनिया में गर्व से ऊँचा किया है। हम बात कर रहे हैं भारत के पहले ओलंपिक तैराक शमशेर खान की।
पहले भारतीय ओलंपिक तैराक का हुआ निधन
भारत के पहले ओलंपिक तैराक शमशेर खान ने अपने जबरदस्त तैराकी के दम पर पूरी दुनिया को अपना लोहा मानने को मजबूर कर दिया, साथ ही भारत देश के मान-सम्मान को बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभायी।
ओलंपिक में भारत की तरफ से पहले तैराक के तौर पर हिस्सा लेेने वाले इस खिलाड़ी का 87 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने की वजह से निधन हो गया। उनके निधन की खबर को सुनकर पूरे खेल जगत में रोष व्याप्त हो गया, जिसके बाद कई दिग्गज हस्तियों सहित विश्व के कई अन्य लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने दुख को व्यक्त किया, साथ ही भारत के लिए शमशेर खान को इस दुनिया से जाना सबसे बड़ी क्षति के रूप में बताया गया.
जब पहली बार बैठे हवाई जहाज में
हवाई जहाज में नजर आनें वाले दो शख्सों में एक शख्स,जिसके चेहरे को गोल धारे से रंगा हुआ है, वो शमशेर खान है। यह तस्वीर उस समय की थी, जब वह तमाम दिक्कतों और कठिनाईयों को पार पाते हुए ओलंपिक में तैराकी करने के लिए फ्लाइट से जानें वाले थे। आपकों बता दें, इस खिलाड़ी ने साल 1956 में भारत की तरफ से ओलंपिक खेल में हिस्सा लिया था।
लोन लेकर किया था अपने खर्चे को पूरा
एक इंटरव्यू के दौरान शमशेर खान ने उस वक्त एक बड़ा खुलासा किया था, जब वे मेलबर्न से भारत को लौटे थे, जिसमें उन्होंने सनसनीखेज खुलासे करते हुए कहा कि,
“जब मैं मेलबर्न के लिए गया था, तब भारत सरकार द्वारा मेरे फ्लाइट का टिकट बुक कराया गया था। लेकिन दुर्भाग्यवश मेरे टिकट के अलावा बाकी खर्चे पर किसी ने सुध नहीं ली, जिसकी वजह से मुझे 300 रूपये का अतिरिक्त लोन लेना पड़ा। इस लोन को खत्म करने के लिए मैने तीन महीने तक सेना में नौकरी के दौरान अपनी सैलरी में कटौती करते हुए बिताई,जिसके बाद मुझे काफी सदमा लगा था।”