क्रिकेट जगत में किसी भी खिलाड़ी के लिए इंटरनेशनल डेब्यू मैच खेलना बहुत यादगार पल होता है. जो अपने देश के लिए खेलने का सपना खिलाड़ी पूरा करता है. डेब्यू में हर क्रिकेटर की नजर अपने बेस्ट प्रदर्शन देने पर टिकी होती है. इस सिलसिले में अगर हम लंबे फॉर्मेट की बात करें तो टेस्ट मैच में टीम इंडिया (Team India) के कुछ ऐसे चुनिंदा खिलाड़ियों का नाम दर्ज है. जिन्होंने अपने डेब्यू मैच में ही अविश्वसनीय प्रदर्शन किया. जिन बल्लेबाजों का हम जिक्र करने जा रहे हैं उन्होंने डेब्यू मैच में अपने बल्ले से अद्भुत कमाल कर दिखाया था.
टेस्ट क्रिकेट का एक ऐसा फॉर्मेट है, जिसमें बल्लेबाज को खुद को साबित करने के लिए दो मौके (एक टेस्ट में 2 पारियां) मिलते हैं. अगर किसी वजह से पहली पारी में बल्लेबाज अपने मकसद से भटक गया तो दूसरी पारी में अच्छा करने का मौका उसके पास होता है. ऐसे में कुछ भारतीय बल्लेबाज अपने टेस्ट डेब्यू में बेहतरीन पारी के दम पर चर्चा बटोरने में कामयाब रहे. अपनी इस खास रिपोर्ट में हम उन्हीं 4 बल्लेबाजों के बारे में जिक्र करने जा रहे हैं, जिन्होंने डेब्यू में ही सबसे ज्यादा रन ठोके.
लंबे फॉर्मेट के मुकाबले में डेब्यू मैच सबसे ज्यादा रन बनाने वाले 4 भारतीय क्रिकेटर
लाला अमरनाथ (Lala Amarnath)
इस लिस्ट में हम सबसे पहले बात करने जा रहे हैं टीम इंडिया (Team India) के पूर्व भारतीय बल्लेबाज लाला अमरनाथ की, जो टेस्ट मैच में डेब्यू करते ही फैंस के दिल में उतर गए थे. साल 1933 की बात है, जब उन्होंने पहली बार दिसंबर महीने में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में डेब्यू किया था. इस मुकाबले में उन्होंने कुल 156 रन बनाए थे. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने उस दौरान पहली पारी में 38 रन और फिर दूसरी पारी में सीधा शतकीय (118) पारी खेलकर विरोधी टीम को असमंजस में डाल दिया था.
इस मुकाबले की पहली पारी में भारतीय टीम केवल 219 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी. इसमें अमरनाथ की ओर से सबसे ज्यादा रन (38) बनाया गया था. इसके बाद इंग्लैंड ने ब्रायन वैलेंटाइन (136) के शतक के जवाब में 10 विकेट के नुकसान पर 438 रन का स्कोर खड़ा किया था. ऐसे में दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की तरफ से अमरनाथ ने एक शतक (118) जड़ा था. लेकिन, टीम सिर्फ 258 रन सिमट गई थी.
इस मुकाबले को इंग्लैंड 9 विकेट से अपने नाम करने में कामयाब रही थी. तो वहीं लाला अमरनाथ ने अपनी शानदारी पारी से क्रिकेट गलियारों में जमकर चर्चा बटोर रहे थे. उन्होंने 1933 से 1952 तक 24 टेस्ट मैच में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया. 40 पारियों में, उनके बल्ले से 24.38 की औसत से 878 रन निकले. इस पारी में 1 शतक और 4 अर्धशतक शामिल है. मध्यम तेज गेंदबाज ने 35 पारियों में 45 विकेट भी चटकाए थे.