21 साल 87 दिनों में एक युवा तेज गेंदबाज ने ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम कराया,जो कोई भी तेज गेंदबाज सपने में सोचे तो घबरा जाए। इस रिकॉर्ड की वजह रहे एंड्रू फ्लिंटॉफ । 19 सितंबर 2007 टी-20 विश्वकप का माहौल और युवराज के बल्ले से निकले वो छह गगन चूमी छक्के। अपने एक इंटरव्यू में स्टुअर्ट ब्रॉर्ड ने कहा था की उन्हें सहवाग और युवराज से काफी डर लगता है। लेकिन जो हार कर जीत जाए ,उसे बाजीगर कहते है और ऐसा ही कुछ किया स्टुअर्ट ब्रॉर्ड ने।
सबसे तेज 400 विकेट लेने वाले युवा तेज गेंदबाज है ब्रॉर्ड
ऑकलैंड में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टेस्ट मुकाबला चल रहा था और गेंदबाजी इतनी शानदार हुई कि मात्र 58 रनों पर पूरी न्यूज़ीलैंड टीम ड्रेसिंग रूम में अपनी-अपनी सीट पकड़ चुकी थी। इस मैच में टॉम लैथम का विकेट लिया, इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉर्ड ने।
उम्र 31 साल 271 दिन और इस बार ऐसा रिकॉर्ड जो विश्व का हर तेज़ गेंदबाज जरूर हासिल करना चाहेगा। ब्रॉर्ड क्रिकेट इतिहास में 400 विकेट लेने वाले सबसे युवा तेज गेंदबाज बन गए। इस खिलाड़ी ने अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला पाकिस्तान के विरुद्ध खेला। जिसके बाद अपनी टीम नॉटिंघमशायर के लिए खेलते वक़्त उनके एकंल में चोट लग गई।
हाल ही में इंस्टा अकाउंट पर दिया वापसी का संकेत
#Monday weights before Tues & Weds bowl 🏏 building for the Notts 🦌 game on 22nd nicely 👌 https://t.co/KUoFAfnF6Q
— Stuart Broad (@StuartBroad8) July 16, 2018
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्हें टीम से बाहर बैठना पड़ा और फिर भारतीय टीम के विरुद्ध भी खेलने में वो असमर्थ रहे। हालही उन्होंने अपने इंस्टा अकाउंट पर यह लिखा कि
“मेरे चल रहे लिगामेंट दिक्कत की वजह से मैंने अपने बाएं एंकल में 6 सुई ले ली है। यह लेने से पहले मै कई स्पेशलिस्ट और स्कैन से गुजरा हूँ। मुझे लगभग 5 दिन आराम करना होगा । फिर 22 जुलाई यानी मंगलवार से सरे के खिलाफ होने वाले मुकाबले में मैं अपनी टीम नॉटिंघमशायर के लिए मैदान में दौड़ता दिखूंगा।”
ब्रॉर्ड 1 अगस्त से भारत के खिलाफ होने वाले टेस्ट श्रृंखला के लिए खुद को तैयार कर रहे है। भारतीय टीम के लिए इंग्लैंड मैदानों पर ब्रॉर्ड काफी खतरनाक साबित हो सकते है। इंग्लैंड सेलेक्टर्स उन्हें जरूर फिट देखना चाहेंगे और टीम में उनकी जगह इंग्लैंड को मजबूती देगी।
एशेज जीतने की तैयारी में लगे स्टुअर्ट ब्रॉर्ड
मीडिया को दिए अपने एक बयान में ब्रॉर्ड ने कहा कि “मैं जल्द मैदान पर लौटना चाहता हूं और 2018-19 एशेज सीरीज के लिए खुद को तैयार करना चाहता हूं। एशेज मेरे लिए काफी मायने रखती है और इस बार मै उसे जरूर जीतना चाहता हूं।” आपको बता दे कि 2019 मई-जून में विश्वकप होना है और सितंबर के महीने में एशेज खेली जानी है।
वर्ल्डकप भी उनके लिए काफी माायने रखता है, लेकिन पिछले कुछ सालों से एकदिवसीय मुकाबलों में इंग्लैंड उन्हें और एंडरसन को बाहर रखते आ रही है। ऐसे में उनका वर्ल्डकप खेलना मुश्किल है।