Sourav Ganguly-Rahul Dravid

Sourav Ganguly: बीसीसीआई यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली अक्सर सुर्ख़ियों में छाए रहते हैं. इसमें कोई दोहराय नहीं कि गांगुली भारतीय क्रिकेट को और ऊचाईयों पर पहुंचाने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं. जैसा कि सब जानते हैं कि पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री के इस्तीफा देने के बाद गांगुली के पूर्व साथी राहुल द्रविड़ को टीम का नया कोच बनाया गया था. जोकि एक बहुत ही ज़बरदस्त कोच हैं. ऐसे में अब गांगुली (Sourav Ganguly) ने भी इनकी तारीफ की है और द्रविड़ को जमकर सराहा है.

Sourav Ganguly ने जमकर की राहुल द्रविड़ की तारीफ

Rahul Dravid-Sourav Ganguly

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई के प्रेजिडेंट सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने राहुल द्रविड़ को लेकर कहा कि राहुल द्रविड़ के पास बतौर भारतीय कोच सफल होने के सारे गुण हैं. सौरव गांगुली ने राहुल द्रविड़ के संबंध में कहा कि,

“वह अपने खेल के दिनों की तरह ही प्रखर, सतर्क और पेशेवर हैं. अंतर केवल इतना है कि अब उन्हें भारत के लिए नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने की ज़रूरत नहीं है, जिसमें उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों का सामना करना पड़ा था और उन्होंने लंबे समय तक अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभायी. कोच के रूप में भी वह शानदार भूमिका निभाएंगे क्योंकि वह निष्ठावान हैं और उनके पास कौशल है.”

गांगुली ने आगे कहा कि,

“प्रत्येक की तरह वह भी गलतियां करेंगे, लेकिन जब तक आप सही काम करने की कोशिश करते हैं, तब तक आप दूसरों की तुलना में अधिक सफलता हासिल करेंगे.”

शास्त्री और द्रविड़ की तुलना करने से किया इनकार

Rahul Dravid-Ravi Shastri

आपको बता दें कि भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने आईसीसी T20 विश्वकप 2021 के बाद भारतीय टीम के हेड कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद राहुल द्रविड़ को टीम के हेड कोच के रूप में नियुक्त किया गया था. शास्त्री के अंडर भारतीय टीम को काफी सफलता मिली है. विशेष रूप से भारत ने टेस्ट फॉर्मेट में काफी ज़बरदस्त प्रदर्शन करके दिखाया है. वहीं द्रविड़ सालों से अंडर 19 टीम के खिलाड़ियों के साथ मेहनत करते आ रहे हैं और उनकी मेहनत रंग लाई भी है जोकि सबने बखूबी देखा है.

ऐसे में जब सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) से रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ के बीच तुलना करने के लिए कहा गया तो उन्होंने मना कर दिया. गांगुली ने कहा,

“उनका व्यक्तित्व अलग है। एक हमेशा चर्चा में रहता है जो उसका मजबूत पक्ष है जबकि दूसरा सर्वकालिक महान खिलाड़ी होने के बावजूद चुपचाप काम करेगा. दो व्यक्ति एक ही तरह से सफल नहीं हो सकते हैं.”