भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच खेले जा रहे कानपुर टेस्ट मैच में श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने अपना शानदार टेस्ट डेब्यू किया है. उन्होंने अपने टेस्ट करियर के पहले ही मुकाबले में शतक जड़कर जबरदस्त दावेदारी ठोकी है. न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में खेले जा रहे पहले टेस्ट मुकाबले में इस भारतीय बल्लेबाज को सुनील गावस्कर ने टेस्ट डेब्यू कैप सौंपी थी और उन्होंने इस मौके को सही तरीके से भुनाते हुए टेस्ट के दूसरे दिन शतकीय 105 (171) पारी खेलते हुए लाजवाब बल्लेबाजी की है.
श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) की ये पारी अब मध्यक्रम में शामिल कुछ खिलाड़ियों के लिए खतरा बन गई है. क्योंकि विराट कोहली (Virat Kohli) के वापसी के बाद किसी एक बल्लेबाज को प्लेइंग इलेवन से हाथ धोना पड़ेगा. हम अपने इस खास आर्टिकल में इसी पर चर्चा करने जा रहे हैं कि कौन से खिलाड़ी पर इसकी गाज गिर सकती है.
अजिंक्य रहाणे
मध्यक्रम में लगातार अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) पिछले कुछ मैचों में उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं. साल 2021 में उन्होंने कुल 10 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उनके बल्ले से एक भी टेस्ट शतक नहीं निकला है. आखिरी बार उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिसंबर, 2020 में खेले गए मेलबर्न टेस्ट मैच में शतक ठोका था. इसके बाद से वो लगातार फेल रहे हैं. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 2021 में 19.21 की बेहद खराब औसत से बल्लेबाजी की है. उनके बल्ले से आखिरी अर्धशतक 12 से 16 अगस्त (2021) के बीच इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए लॉर्ड्स टेस्ट मैच में निकला था.
इसके अलावा 19 पारी में उनका बुरा हाल रहा है और अर्धशतक भी बनाने में रहाणे विफल रहे हैं. पिछली 20 पारियों में उनके बल्ले से निकले स्कोर की बात करें तो वो कुछ (27*, 22, 4, 37, 24, 1, 0, 67, 10, 7, 27, 49, 15, 5, 1, 65, 18, 10, 14, 0) इस तरह रहे हैं. फिलहाल इस समय वो पहले कानपुर टेस्ट मैच में कप्तान के तौर पर खेल रहे हैं और पहली ही पारी में सिर्फ 35 रन बनाकर अपना विकेट गंवा चुके हैं. जिस तरह से रहाणे लगातार फेल हो रहे हैं उसे देखते हुए ये कह सकते हैं कि कोहली के दूसरे मैच में वापसी के बाद उनका पत्ता प्लेइंग इलेवन से कट सकता है.
चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा (cheteshwar pujara) के भी खराब प्रदर्शन पर लगातार तलवार लटक रही है. उनका प्रदर्शन भी साल 2021 में कुछ खास अच्छा नहीं रहा है. यही वजह है कि समय-समय पर उनके फॉर्म पर भी सवाल उठते रहे हैं. ऐसे में श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) के बल्ले से निकले शतक ने उनकी मुश्किलों को और बढ़ा दिया है. पुजारा के बल्ले से आखिरी बार टेस्ट शतक जनवरी 2019 में निकला था. इसके बाद से उनके शतक का इंतजार है. 2020 के बाद से नंबर तीन पर खेलते हुए 28 पारियों में उन्होंने 754 रन बनाए हैं. उनका बल्लेबाजी औसत 27 का रहा है.
हालांकि 2020-21 के ऑस्ट्रेलिया और अगस्त-सितंबर (2021) में इंग्लैंड दौरे पर कुछ जुझारू पारियां खेली थीं. लेकिन, पारियों में वो बल्ले से सिर्फ संघर्ष करते हुए नजर आए थे. इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 91 रन का रहा है. इंग्लैंड दौरे पर खेले गए 3 मैच में उनके बल्ले से 8, 15, 4, 12*, 9, 45, 1, 91, 4, 61 रन की पारी निकली थी. इंग्लैंड के बाद अब वो न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट मैच में उतरे हैं. जिसमें उन्होंने सिर्फ 26 रन बनाए हैं. ऐसे में विराट कोहली की वापसी के बाद उनकी जगह पर खतरा मंडरा सकता है.
श्रेयस अय्यर
फिलहाल श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) की बात करें तो उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रिप्लेसमेंट के तौर पर जगह मिली थी. विराट कोहली, ऋषभ पंत जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में उन्हें कानपुर टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में टेस्ट डेब्यू का मौका मिला. जिसका उन्होंने फायदा उठाते हुए मध्यक्रम में अपनी दावेदारी ठोक दी है. उनके शतक के बाद से ही लगातार ये सवाल उठ रहा है कि विराट कोहली की दूसरे टेस्ट में वापसी के बाद कौन सा खिलाड़ी मध्यक्रम से बाहर होगा.
इस बारे में वीवीएस लक्ष्मण ने कमेंट्री के दौरान चर्चा करते हुए कहा था कि अक्सर जो प्लेयर रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में चुना जाता है उसे ही बाहर होना पड़ा है. लेकिन, अब जब रवि शास्त्री का कार्यकाल खत्म होने के बाद पूरा मैनेजमेंट बदल चुका है तो ये फैसला उनके हाथ में होगा कि किस खिलाड़ी को बाहर का रास्ता देखना पड़ता है.