मिस्बाह उल हक के बहाने पर भड़के शोएब अख्तर, पाकिस्तान टीम के कोच को दी नसीहत
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पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर अक्सर अपने बयानों के लिए चर्चा में बने रहते हैं। अब हाल ही में उन्होंने मिस्बाह उल हक के उस बयान पर वार किया, जो उन्होंने इंग्लैंड के साथ खेली गई टी20आई सीरीज में 1-1 से बराबर करने के बाद दिया था। मिस्बाह का कहा था कि उनके कोच बनने से पहले पाकिस्तान की टी20 टीम हार की राह पर थी। उनके इस बयान पर शोएब अख्तर ने तीखी प्रतिक्रिया देते नजर आए हैं।

मिस्बाह उल हक ने क्या कहा?

शोएब अख्तर

पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने हाल ही में इंग्लैंड का दौरा किया। जहां टीम ने टेस्ट सीरीज को 1-0 से गंवा दिया। लेकिन टी20आई सीरीज को 1-1 से बराबरी पर खत्म किया। इसके बाद टीम के मुख्य चयनकर्ता व कोच ने बयान देते हुए कहा था कि,

“मेरे कोच बनने के समय पाकिस्तान की टीम टी20 क्रिकेट में नम्बर एक होने के बाद भी हार के रास्ते पर थी। टीम नीचे जा रही थी और हम जानते थे ऐसा क्यों हुआ। हमारे कुछ बड़े खिलाड़ी फखर जमान, शादाब खान और हसन अली जैसे खिलाड़ी फॉर्म में नहीं थे। इसलिए नम्बर एक होने के बाद भी टीम टी20 अंतरराष्ट्रीय में हार रही थी। हम उन्हें वापस उनकी जगह लाने का प्रयास कर रहे हैं। इंग्लैंड में टीम के प्रदर्शन से लग रहा है कि टीम बेहतर प्रदर्शन की तरफ बढ़ रही है।”

ईमानदार और मजबूत लोग नहीं करते शिकायत

पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट, 163 वनडे और 15 टी20आई मैचों में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले शोएब अख्तर ने मिस्बाह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। एक पाकिस्तानी टीवी चैनल से बात करते हुए अख्तर ने कहा,

“ईमानदार और मजबूत लोग शिकायत नहीं करते बल्कि फैसले लेते हैं। अगर मैं उनकी जगह पर होता तो कहता कि हां यह मेरी गलती है, देखता हूं कि इसे कैसे ठीक कर सकता हूं। यही सीधी बात है। उनको कहना चाहिए था कि जो हो गया वो बीती बात है अब जो कि मुझे यह जिम्मेदारी मिली है तो मैं चीजों को बेहतर करके दिखाउंगा।”

मिस्बाह को लेनी चाहिए जिम्मेदारी

शोएब अख्तर

ताजा आईसीसी टी20 आई रैंकिंग में पाकिस्तान की टीम नंबर-4 पर पहुंच गई है। आईसीसी विश्व कप 2019 के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मिस्बाह उल हक को मुख्य चयनकर्ता व मुख्य कोच बनाकर दोहरी जिम्मेदारी सौंपी। हालांकि तमाम पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी इस तरह दोहरी जिम्मेदारी सौंपे जाने के पक्ष में नहीं नजर आए। अब अख्तर ने आगे कहा,

“यहां वहां की बातें करना मिस्बाह की आदत जरूर हो सकती है लेकिन मैं ऐसा नहीं हूं। जो कुछ भी हो गया वो बीत चुका है अब जबकि आप इस जगह पर हैं तो आत्मविश्वास से कहना चाहिए कि अब मैं यहां हूं और देखता हूं कि चीजों को मैं किस तरह से बेहतर कर सकता हूं।”