भारतीय क्रिकेट में इन दिनों ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और संजू सैमसन (Sanju Samson) में से कौन बेहतर विकेटकीपर बल्लेबाज है इसको लेकर बहस छिड़ी हुई है। इन दोनों ही खिलाड़ियों के पक्षधर 2 फाड़ हो चुके हैं। ऋषभ पंत के आलोचक कहते हैं कि उन्हें टी20 फॉर्मेट में खुद को साबित करने के लिए पर्याप्त मौके मिल चुके है।
लेकिन वह की जगह के साथ न्याय नहीं कर पाए हैं। वहीं संजू के चाहने वाले कहते हैं की उनके साथ अंन्याय किया गया है। इसी कड़ी में अब खुद संजू सैमसन के कोच भी अपनी प्रतिक्रिया लेकर आए हैं, लेकिन उनका इस नजरिए पर बाकी सब से कुछ अलग है।
Sanju Samson के कोच ने Rishabh Pant का किया बचाव
दरअसल, संजू सैमसन (Sanju Samson) को नजरअंदाज किए जाने पर सोशल मीडिया पर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को खूब भला-बुरा कहा जा रहा है। मौजूदा समय में बाएं हाथ का यह बल्लेबाज रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है। जिसके चलते धारणा पनप गई है कि ऋषभ टीम में संजू की जगह खा रहे हैं।
न्यूज़ीलैंड दौरे पर सैमसन को टी20 सीरीज में मौका नहीं मिला और फिर वनडे सीरीज में उन्हें एक मैच के बाद बाहर बिठा दिया था। जिसके बाद यह आग और भी ज्यादा भड़क उठी, इसी बीच संजू सैमसन के बचपन के कोच बीजू ने इस मामले पर ऋषभ पंत का बचाव करते हुए कहा,
“सोशल मीडिया पर जो हो रहा है जिसके चलते लोग बिना वजह उसके(ऋषभ पंत) के खिलाफ हो गए हैं। पंत टीम में इसलिए हैं क्योंकि उन्होंने लंबे समय से अच्छा प्रदर्शन किया है, देखिए पंत और संजू सैमसन के बीच किसी प्रकार की कोई टक्कर या मुकाबला नहीं है। सैमसन खेल रहे हैं और सिर्फ बल्लेबाज के रूप में भारत के लिए खेल सकते हैं।”
क्या कहते हैं Rishabh Pant और Sanju Samson के आंकड़े
न्यूज़ीलैंड दौरे पर मिडल ऑर्डर में बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के चलते ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को ओपनर की जगह दी गई। लेकिन उसके बावजूद वह उम्मीद के मुताबिक रन बनाने में सक्षम नहीं हुए हैं। हैरानी की बात ये है कि उनकी वजह से शुभमन गिल और संजू सैमसन (Sanju Samson) जैसे खिलाड़ियों को बाहर बैठना पड़ रहा है।
ऋषभ के अबतक के टी20 इंटरनेशनल में आंकड़ों की बात की जाए तो उन्होंने 67 मैचों में सिर्फ 974 रन बनाए हैं। वो भी 125 के निराशाजनक स्ट्राइक रेट के साथ, ऐसे में सीधे तौर पर उनकी जगह पर सवाल खड़ा होना लाजमी है। दूसरी ओर संजू ने साल 2022 में 158 के स्ट्राइक रेट के साथ सिर्फ 6 पारियों में 179 रन बनाए हैं। उनके यह आंकड़े और भी बेहतर हो सकते हैं अगर टीम इंडिया में उन्हें निरंतर मौके दिए जाए। साल 2015 में पदार्पण करने वाले इस खिलाड़ी ने महज 16 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं।
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