सचिन तेंदुलकर की हो रही आलोचना, केरलवासी मांग रहे हैं शारापोआ से माफी

हॉलीवुड पॉप स्टार रिहाना व स्वीडिश जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर हलचल मची हुई है। किसी का मानना है कि भारतीय मुद्दे पर विदेशी हस्तियों का हस्तक्षेप सही नहीं है, तो वहीं कुछ का मानना है कि इसमें क्या गलत है। इस मामले पर भारत के कई क्रिकेटर्स जिसमें सचिन तेंदुलकर ने भी विदेशा हस्तियों के हस्तक्षेप को गलत ठहराते हुए पोस्ट किया।

सचिन के ट्वीट से नाखुश केरलवासी

सचिन तेंदुलकर

किसान आंदोलन पर मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भी दूसरे क्रिकेटरों की तरह ट्वीट किया, लेकिन उनके ट्वीट से काफी संख्या में मलयाली लोग नाराज नजर आ रहे हैं। साथ ही केरलवासी अब टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोवा के सोशल मीडिया पेज का भी रुख कर रहे हैं। जहां वह 2015 में शारापोवा की आलोचना करने को लेकर खेद प्रकट करते नजर आ रहे हैं।

2015 की बात है जब रूसी टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोआ ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि वह सचिन तेंदुलकर को नहीं जानती है। इसपर शारापोवा को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।

शारापोवा से मांग रहे हैं माफी

जब मारिया शारापोवा ने सचिन तेंदुलकर को ना जानने की बात कही थी, तो उनकी काफी आलोचना हुई थी। फिलहाल अब लोग अधिकतर पुराने मैसेज अपनी आलोचनात्मक टिप्पणी के लिए खेद जता रहे हैं और तेंदुलकर की आलोचना की जा रही है। कुछ लोग शारापोवा को कोरोना वायरस महामारी कम होने पर केरल घूमने का न्योता भी दे रहे हैं।

भारतीय भाषाओं में सैकड़ों यूजर ने संदेश लिखा, ‘‘शारापोवा आप सचिन के बारे में सही थीं। वह उस स्तर के व्यक्ति नहीं है, जिसे आप जाने।’’ टेनिस स्टार ने बुधवार को ट्वीट किया था, ‘‘कोई और भी वर्षों तक भम्रित रहा?’’

मारिया शारापोवा के इस पोस्ट के बाद तो 2015 की तरह ही उनके ट्विटर और फेसबुक पेज पर मलयालम में टिप्पणी की बाढ़ आ गई। लेकिन इस बार उनकी आलोचना नहीं हो रही थी, बल्कि फैंस सचिन पर निशाना साध रहे थे।

सचिन ने किया ट्वीट

किसान आंदोलन पर विदेशी हस्तियों के हस्तक्षेप पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने बुधवार को ट्वीट करते हुए भारतीयों की एकजुटता की बात कही। उन्होंने लिखा- ‘भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता. विदेशी शक्तियां दर्शक तो बन सकती हैं लेकिन प्रतिभागी नहीं। भारतीय, भारत को जानते हैं और भारत के लिये फैसला लेना चाहिए। एक देश के तौर पर एकजुट रहें।’