भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत पर कथित तौर पर स्पॉट फिक्सिंग के चलते लगा सात सालों का बैन रविवार को खत्म हो चुका है। इस तेज गेंदबाज को शुरुआत में आजीवन प्रतिबंधित किया गया था। लेकिन उन्होंने इस फैसले के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी और बैन को सात साल का कराने में कामयाबी हासिल की। अब जबकि श्रीसंत पर लगा बैन खत्म हो गया तो उनका मानना है कि वह अब खेलने के लिए पूरी तरह से आजाद हैं।
श्रीसंत पर लगा बैन हुआ खत्म
आईपीएल 2013 में एस श्रीसंत पर स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में आजीवन बैन लगा दिया गया था। लेकिन इस खिलाड़ी ने हार नहीं मानी और क्रिकेट के मैदान पर वापसी के लिए कानूनी लड़ाई लड़ते रहे। सुप्रीम कोर्ट ने उसके प्रतिबंध को हटा दिया और फिर उनके आजीवन प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया। वह अब घरेलू क्रिकेट में केरल के लिए वापसी करने वाली चीजों की योजना में है। बैन के खत्म होने के बाद टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए,
“मुझे आजादी मिली है, फिर से खेलने की आजादी। यह एक बड़ी राहत है। मुझे नहीं लगता कि कोई और समझेगा कि इसका मेरे लिए क्या मतलब है। पिछले मई से, मैंने अपने खुद को फिर से खेलने के लिए ट्रेनिंग शुरु कर रखी है। इसलिए जब मैंने रिपोर्ट पढ़ी कि भारत में घरेलू क्रिकेट इस सत्र में एक गैर स्टार्टर हो सकता है, तो मैं बिखर गया। मैंने भी खेल छोड़ने की सोची। लेकिन फिर मैंने सोचा कि मैं खुद के साथ न्याय नहीं करूंगा क्योंकि मैंने इन सभी वर्षों के लिए फिर से खेल खेलने के लिए जो भी प्रयास किए हैं वे सभी खाली चले गए जाएंगे।”
श्रीसंत ने ट्वीट कर खुशी जाहिर
I’m completely free of any charges nd anything nd now gonna represent the sport I love the most.will give my very best to every ball I ball even it’s just practice.just have another 5 to 7 years max to give it all I’ve got nd I will give the very best to any team I play
— Sreesanth (@sreesanth36) September 10, 2020
तेज गेंदबाज श्रीसंत लंबे वक्त से जिस दिन का इंतजार कर रहे थे वह वक्त आखिर आ गया। अब वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी वापसी करने के लिए पूरी तरह आजाद हैं। श्रीसंत ने बैन समाप्त होने से कुछ दिन पहले शुक्रवार को ट्वीट किया कि,
“मैं अब किसी भी तरह के आरोपों से पूरी तरह मुक्त हूं और अब उस खेल का प्रतिनिधित्व करूंगा जो मुझे सबसे अधिक पसंद है। मैं प्रत्येक गेंद पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा फिर चाहे यह अभ्यास ही क्यों ना हो। उन्होंने कहा कि मेरे पास अधिकतम पांच से सात साल का समय बचा है और मैं जिस भी टीम की ओर से खेलूंगा उसके लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा।”