ruturaj gaikwad-cSK

आईपीएल 2021 (IPL 2021) के दूसरे चरण का पहला मुकाबला बेहद रोमांचक रहा. चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की ओर से रितुराज गायकवाड़ (Ruturaj gaikwad) ने शानदार पारी खेली. टॉस जीतकर एमएस धोनी (MS Dhoni) ने मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) को गेंदबाजी का न्योता दिया था. जिस पर किरोन पोलार्ड की कप्तानी में काफी हद तक गेंदबाज खरे भी साबित हुए. मैच की शुरूआत में मुंबई ने सीएसके को 4 बड़े और अहम झटके दिए. शीर्ष बल्लेबाजी क्रम पूरी तरह से फेल रहा.

इस खिलाड़ी को घोषित किया गया मैन ऑफ द मैच

ruturaj gaikwad

जिस समय चेन्नई को विकेट और रन की दरकार थी उस वक्त सलामी बल्लेबाज रितुराज गायकवाड़ (Ruturaj gaikwad) एक छोर से टीम की पारी को संभाले हुए खड़े थे. उन्होंने उस वक्त टीम के लिए संकटमोचन की भूमिका निभाई और 88 रन की नाबाद पारी खेली. ऐसे में जाहिर सी बात है कि, वो मैन ऑफ द मैच (Man Of The Match) का खिताब डिजर्व करते थे. चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से उन्हें इस मुकाबले का मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया है.

 

खराब शुरुआत के बाद भी मैच में CSK ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 157 रनों का लक्ष्य निर्धारित कर दिया दिया था. जिसके जवाब में उतरी अपोजिट टीम महज 136 रन बनाकर ऑलआउट हो गई और चेन्नई ने इस मुकाबले को 20 रनों से जीत लिया. बल्लेबाजी के दौरान भले ही एमएस धोनी का बल्ला नहीं चला. लेकिन, फिल्डिंग में उन्होंने अपनी रणनीति से जरूर मुंबई को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया.

माही और को लेकर सलामी बल्लेबाज ने कही ये बात

MI vs CSK: मैन ऑफ द मैच रितुराज गायकवाड़ ने अपनी अच्छी बल्लेबाजी के लिए इन्हें दिया पूरा श्रेय

फिलहाल मैन ऑफ द मैच बने रितुराज गायकवाड़ (Ruturaj gaikwad) ने अपनी अहम पारी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा कि,

“यह मेरे सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक था. माही भाई, सीएसके टीम मैनेजमेंट मुझे बैक करते हैं और श्रीलंका टूर से मुझे काफी आत्मविश्वास मिला है. मुझसे डी कॉक का कैच छूटा लेकिन, अच्छा हुआ कि दीपक ने उन्हें जल्दी पवेलियन भेज दिया”.

MI vs CSK: मैन ऑफ द मैच रितुराज गायकवाड़ ने अपनी अच्छी बल्लेबाजी के लिए इन्हें दिया पूरा श्रेय

टीम के कप्तान के बारे में बात करते हुए रितुराज गायकवाड़ (Ruturaj gaikwad) ने आगे कहा कि,

“जब माही भाई साथ होते हैं और चेन्नई टीम के आसपास होते हैं तो वो आपका समर्थन करते हैं. इसलिए उस समय ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं होती. बल्लेबाजी के लिए श्रीलंका दौरे और फिर यहां पर हुई तैयारी से काफी मदद मिली है.

शुरुआत में गेंद सीम कर रही थी और स्विंग भी कर रही थी. इस वजह से मुझे स्पिनरों के खिलाफ अपना चांस लेना पड़ा. जड्डू मैदान पर और मैनें उनके साथ मिलकर गेंदबाजों का फायदा उठाया:.