क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी के बीच तुलना करना यह समझाता है कि वह किस ट्रैक पर जा रहे हैं और उनमें क्या क्वालिटी है, लेकिन अगर समय से पहले यह किया जाता है तो इससे नुकसान भी हो सकता है. ऐसा ही कुछ दिल्ली कैपिटल्स के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत के साथ भी हो रहा है. मीडिया और फैंस शुरुआत से ही ऋषभ पंत को धोनी से तुलना करते हुए नज़र आ रहे हैं.
धोनी से ऋषभ पंत की तुलना पर बोले गौतम गंभीर
इंडियन प्रीमियर लीग में ऋषभ पंत के प्रदर्शन के महेंद्र सिंह धोनी के साथ तुलना की जा रही हैं. जिसपर अब पूर्व भारतीय और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने धोनी और पंत की तुलना को बंद करने की बात कही है. गंभीर को लगता है कि अगला धोनी बनना ऋषभ पंत को काफी मुश्किल पड़ सकता है.
पंत को अपना खुद का बेस्ट वर्जन बनाने की जरुरत है. जिसपर गौतम गंभीर ने ईएसपीएन क्रिकइंफो पर एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि
“आपको ऋषभ पंत से तुलना करना बंद करना होगा कि वह एमएस धोनी के विकल्प हैं. यह एक चीज़ है जिसे मीडिया को बंद करने की जरुरत है. क्योंकि मीडिया जितना इसके बारे में सोचेंगी. वह कभी धोनी नहीं हो सकते हैं. उन्हें ऋषभ पंत बनना हैं. एमएस धोनी जब द्रश्य में आए थे, तब उनकी रेंज बहुत ज्यादा थी. और रिषभ पंत, क्योंकि वह छक्के मार सकते हैं, लोगों ने उनकी तुलना महेंद्र सिंह धोनी से करनी शुरू कर दी.”
पंत को अभी सुधार करने की जरुरत- गौतम गंभीर
उन्होंने बात को आगे बताते हुए कहा कि
“ऋषभ पंत को अभी बहुत सुधार करने की जरुरत है. विशेष रूप से विकेटकीपिंग में, लेकिन बल्लेबाजी के लिहाज से भी. मुझे उम्मीद थी कि वह मुंबई इंडियंस के खिलाफ रन बनाएंगे. लेकिन गेंदबाज स्मार्ट हो रहे हैं, उन्होंने ऑफ़ स्टंप के बाहर पंत गेंदबाजी की और वह स्ट्रगल करने लगे. यही वजह है कि सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उनके और मीडिया के आसपास के लोगों को उनकी तुलना एमएस धोनी से करने से रोकने की जरुरत है.”
आईपीएल-2020 में नहीं चला ऋषभ पंत का जादू
दिल्ली कैपिटल्स की टीम आईपीएल-2020 लीग स्टेज में दूसरे स्थान पर रही. इस सीजन में ऋषभ पंत का योगदान और प्रदर्शन ज्यादा प्रभावशाली नहीं रहे. विकेटकीपिंग के लिए उनकी काफी आलोचना की गई. आईपीएल के इस सीजन में उन्होंने 12 मैचों में 28.50 की औसत और 109.61 के स्ट्राइक रेट से 285 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने एक भी अर्धशतक नहीं जड़ा.