Cricket

Crickt के गलियारों में अमूमन हर दिन खास है, क्योंकि कभी ना कभी किसी खिलाड़ी ने मैदान पर पसीना बहाते हुए कोई ऐतिहासिक कारनामा किया होता है। 4 जून यानि आज का दिन भी एक ऐतिहासिक मुकाबले का गवाह रहा है। जी हां, 1957 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के गेंदबाज सनी रामदीन (Sunny Ramdin) ने इंग्लैंड के खिलाफ इतने ओवर फेंके थे, इतने ओवर फेंके थे, कि उन्होंने विश्व क्रिकेट में एक मैच में सर्वाधिक ओवर फेंकने का रिकॉर्ड अपने नाम किया, जो आज भी बरकरार है।

एक मैच में Sunny Ramdin ने फेंकी 774 गेंदें

sunny ramdin

एक गेंदबाज जब मैदान पर उतरता है, तो उसका उद्देश्य होता है, कम से कम रन देकर विपक्षी टीम के ज्यादा से ज्यादा बल्लेबाजों को आउट कर सके। मगर कभी-कभी गेंदबाज कुछ ऐसा प्रदर्शन कर जाते हैं, जो इतिहास बन जाता है। ऐसे ही एक गेंदबाज हुए वेस्टइंडीज के Sunny Ramdin, जिन्होंने एक मैच में सर्वाधिक गेंद फेंकने की विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया था और आज भी वह रिकॉर्ड उन्हीं के नाम पर दर्ज है।

4 जून 1957 में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच एजबेस्टन टेस्ट में सनी रामदीन ने पहली पारी में 31 ओवर गेंद फेंकी। इसके बाद दूसरी पारी में तो उन्होंने रिकॉर्डतोड़ ओवर फेंके। जी हां, Sunny Ramdin ने 98 ओवर यानी 588 गेंदें फेंकी। उस वक्त उनके हाथों में गेंदबाजी करते-करते छाले पड़ गए, मगर ये खिलाड़ी नहीं रुका और गेंदबाजी करता रहा। इस तरह मैच में उन्होंने कुल 774 गेंद फेंकी। इस तरह वह फर्स्ट क्लास मैच की एक पारी में सर्वाधिक गेंद फेंकने वाले बल्लेबाज बन गए।

क्या रहा मैच का हाल?

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इस ऐतिहासिक मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम Sunny Ramdin का शिकार बन गई और 186 के स्कोर पर ही सिमट गई। पहली पारी में विंडीज के गेंदबाज रामदीन का कहर बरपा और 31 ओवर में से 16 मेडन फेंकते हुए 49 रन देकर इंग्‍लैंड के सात बल्‍लेबाजों को आउट कर दिया। वहीं जवाब में वेस्टइंडीज की टीम ने 474 रन बनाकर 288 रनों की बढ़त बना ली।

दूसरी पारी में भी इंग्लैंड की शुरुआत कुछ खास नहीं हुई थी, क्योंकि वह 113 के स्कोर पर 3 विकेट गंवा चुकी थी। मगर फिर चौथे विकेट के लिए टीम के कप्तान पीटर और कोलिन काउड्रे के बीच 411 रन की साझेदारी हुई। इस पार्टनरशिप की मदद से इंग्‍लैंड ने 4 विकेट खोकर 583 रन पर पारी घोषित की और विंडीज को 296 रन का लक्ष्‍य दिया। विंडीज की टीम ने जब 60 ओवर में 7 विकेट पर 72 रन बना लिए थे तभी वक्‍त खत्‍म होने के चलते मैच ड्रॉ घोषित करना पड़ा। भले ही इस मैच का परिणाम ना निकला हो, मगर ये ऐतिहासिक मैच क्रिकेट के गलियारों में याद किया जाता है, रामदीन की गेंदबाजी के कारण।