रविंद्र जडेजा

शुक्रवार को चेन्नई सुपर किंग्स के सदस्यों के एक जत्थे के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सभी सीएसके मेंबर्स को एक हफ्ते के लिए क्वारेंटीन में वापसी करनी पड़ी। इस बीच टीम के स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया। एक तरफ फैंस इसपर कमेंट करते नजर आए। तो वहीं एक यूजर ने जडेजा को ट्रोल करने की कोशिश भी की। लेकिन जड्डू ने भी ट्रोलर को ऐसा जवाब दिया कि उसकी बोलती ही बंद हो गई।

रविंद्र जडेजा ने शेयर किया पोस्ट

क्वारेंटीन पीरियड में सभी खिलाड़ी अकेले-अकेले अपने होटल के कमरों में कैद हैं। इस दौरान उन्हें बाहर निकलने के लिए और किसी को अंदर आने के लिए भी मना है। इस दौरान सभी खिलाड़ी सोशल मीडिया पर खासा एक्टिव नजर आ रहे हैं।

अब इस बीच चेन्नई सुपर किंग्स के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी रविंद्र जडेजा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर हाथ में कप लिए एक पोस्ट शेयर किया। फोटो के साथ-साथ जडेजा ने कैप्शन में लिखा- मैं खुद के साथ वक्त बिता रहा हूं। अब भई, जडेजा के इस पोस्ट पर एक यूजर ने उन्हें ट्रोल करने की कोशिश की। मगर जड्डू ने अपने अंदाज में उन्हें जवाब देकर बोलती ही बंद करा दी।

जड्डू ने दिया जवाब

रविंद्र जडेजा

रविंद्र जडेजा के पोस्ट पर एक इंस्टाग्राम यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा- फोटो किसने खीची, अगर आप खुद के साथ वक्त बिता रहे हैं तो????? इसपर जड्डू ने जवाब देते हुए लिखा- ‘बेटा फोन में टाइमर भी होता है।’ दरअसल, इंस्टा यूजर अपने कमेंट के जरिए ऑलराउंडर को ट्रोल करना चाहता था, लेकिन जड्डू के जवाब ने उन्हें शांत कर दिया।

चेन्नई सुपर किंग्स की बढ़ चुकी हैं मुश्किलें

रविंद्र जडेजा

चेन्नई सुपर किंग्स में 2 भारतीय खिलाड़ियों सहित कुल 13 सदस्य कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। इसके चलते फ्रेंचाइजी के सभी सदस्यों को एक और हफ्ते के लिए क्वारेंटीन कर दिया गया है। इतना ही नहीं शनिवार को चेन्नई सुपर किंग्स के अनुभवी बल्लेबाज सुरेश रैना ने आईपीएल 2020 से नाम वापस ले लिया और वह भारत लौट आए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया को एक सूत्र ने इसके पीछे की वजह बताते हुए बताया है कि,

“शुक्रवार की रात, वास्तव में काफी भारी हंगामा हुआ। उन्होंने अपने साथियों, कोच, कप्तान को बार-बार फोन करके अपनी चिंताओं को साझा करने की कोशिश की। एमएस वास्तव में उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन कुछ भी काम नहीं आया।”

“वो बुरी तरह से चिंतित थे। आखिरकार हर किसी को ये महसूस हुआ कि उन्हें फिर से आने का कोई मतलब नहीं था क्योंकि वो काफी ज्यादा डर की चपेट में आ चुके थे।”