भारतीय टीम के पूर्व बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा जो कि काफी लम्बे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं, उन्होंने अपने अगले रणजी सीजन के लिए एक नयीं टीम के साथ अनुबन्ध कर लिए हैं. प्रज्ञान जहाँ इससे पहले बंगाल की टीम के सदस्य थे अब वे वापस अपनी होम टीम हैदराबाद के लिए खेलते हुए दिखेंगे. रणजी के आने वाले सीजन में प्रज्ञान ने एक बार फिर अपने प्रदर्शन को अच्छा करके भारतीय टीम में अपनी वापसी की उम्मीदों को बरकरार रखना चाहते हैं.
बंगाल से ली एनओसी
प्रज्ञान ओझा ने अपनी रणजी टीम बंगाल ने एनओसी का लेटर ले लिया हैं, जिसमे उन्होंने अपनी टीम को बदलने का कारण जो उसमे उन्होंने बताया हैं वह उनका निजी फैसला हैं, जिसके बाद बाद उन्होंने अपने इस निर्णय के बारे में बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सौरव गांगुली को अवगत करा दिया हैं. प्रज्ञान ओझा इससे पहले सिर्फ दो साल के लिए बंगाल की टीम से रणजी का सीजन खेले हैं और अब वापस अपनी घरेलू टीम से खेलने के लिए जा चुके हैं.
मैं खुश हूँ वापस जाकर
प्रज्ञान ओझा से जब उनके इस निर्णय के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “मैं अपनी घरेलू टीम में वापस जाकर काफी खुश हूँ अब हम एलिट ग्रुप में वापस आ चुके हैं और मैं अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने पर ध्यान दे रहा हूँ. प्रज्ञान ने अपनी टीम के बारे में आगे बोला कि इस बार मैं अपनी घरेलू टीम के लिए बल्लेबाजी से भी सहयोग देने की कोशिश कर रहा हूँ, मेरे दिमाग ने इस समय एक टारगेट जरुर हैं. हमारी टीम में कुछ युवा खिलाड़ी जरुर हैं, जो इस बार टीम के लिए अच्छा कर सकते हैं.”
2013 में खेला था आखिरी टेस्ट
प्रज्ञान ओझा ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2013 में खेला था जो कि सचिन तेंदुलकर का विदाई टेस्ट मैच था इसके बाद से ये बाएं हाथ का खिलाड़ी टीम से बाहर ही चल रहा हैं. प्रज्ञान ने अपने आखिरी टेस्ट में 10 विकेट लिए थे लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. हैदराबाद की टीम जिस समय ग्रुप सी में चली गयी थी उसके बाद 2015 – 16 में प्रज्ञान ओझा ने बंगाल के लिए रणजी खेलना शुरू कर दिया जिसके बाद उन्होंने 9 मैच में 36 विकेट ले लिए थे.
पिछला सीजन नहीं बीता अच्छा
प्रज्ञान ओझा का पिछला रणजी सीजन कुछ खास नहीं बीता था जिसमे उन्होंने 6 मैच में सिर्फ 10 विकेट ही हासिल किये थे. प्रज्ञान को इस बीच अपने गेंदबाजी एक्शन को लेकर भी कुछ समय के लिए क्रिकेट से बाहर रहना पड़ा था जिसके बाद इस गेंदबाज ने अपने एक्शन में कुछ बदलाव करके फिर से वापसी की पर पहले जैसे फॉर्म में ये गेंदबाज नहीं दिखाई पड़ा और इस कारण भारतीय टीम में वापसी की फिलहाल कोई भी उम्मीद नहीं लग रही हैं.
कैब के साथ हैं अच्छे रिश्ते
प्रज्ञान ओझा ने कैब के साथ अपने रिश्ते पर बोलते हुए कहा कि मेरे बंगाल क्रिकेट संघ के साथ मेरे रिश्ते काफी अच्छे रहे हैं उन्होंने मुझे हमेशा अपने यहाँ पर टीम में खेलने के लिए जगह दी उन्होंने मेरे निर्णय पर कभी भी संदेह नहीं किया वो भी क्रिकेट को लेकर. प्रज्ञान ओझा ने बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यछ सौरव गांगुली और रणजी टीम के कप्तान मनोज तिवारी का धन्यवाद दिया और जिनको अपने अच्छे प्रदर्शन का कारण बताया.