भारत-इंग्लैंड (INDvsENG) के बीच खेली जा रही है टी-20 श्रृंखला के खत्म होने से पहले ही वनडे सीरीज (ODI Series) के लिए 18 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया गया है. इस लिस्ट में जहां कुछ खिलाड़ियों को जगह मिलने से लोग संतुष्ट हैं, तो वहीं कुछ ऐसे प्लेयरों को भी मौका दिया गया है, जो इसके हकदार नहीं थे, लेकिन इसके बाद भी उन्हें टीम इंडिया से जोड़ा गया है.
इस खास रिपोर्ट में हम इन्हीं 3 खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे, जो एकदिवसीय श्रृंखला में जगह के हकदार नहीं थे, इसके बाद भी उन्हें बीसीसीआई चयनकर्ताओं ने भारतीय टीम में जगह दी है. एक नजर डालते हैं इन 3 खिलाड़ियों पर कि, आखिर क्यों इनका चयन नहीं होना था.
मोहम्मद सिराज
इस लिस्ट में सबसे पहले बात करते हैं मोहम्मद सिराज (Mohhamad siraj) की, जिन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शामिल किया गया था. लेकिन अंग्रेजों के खिलाफ घरेलू सीरीज में सिराज को कुछ खास अच्छी सफलता नहीं मिली है. यहां तक कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिराज ने पहली बार वनडे फॉर्मेट में डेब्यू किया था, लेकिन उनका प्रदर्शन कुछ खास अच्छा नहीं था.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में सिराज ने 7.6 की इकॉनामी रेट से रन लुटाए थे, और 1 भी विकेट अपने नाम नहीं कर पाए थे. मौजूदा समय में 50 ओवर वाले विजय हजारे ट्रॉफी में भी सिराज ने एक भी मैच नहीं खेला था. 2020 के आईपीएल में भी सिराज का इकॉनामी रेट बेहद खराब रहा है. ऐसे में उनकी जगह बीसीसीआई चयनकर्ता अरज़न नागवासवाला (Arzan Nagwaswalla) और सिद्धार्थ कौल (Siddarth kaul ) को आजमा सकते थे.
विजय हजारे के इस सीजन में गुजरात की ओर से खेलते हुए नागवासवाला ने 4.32 की शानदार इकॉनामी रेट से 7 मैच में कुल 19 विकेट चटकाए थे. जबकि पंजाब की तरफ से इस 50 ओवर के टूर्नामेंट में सिद्धार्थ कौल ने 5 मैच में 5.51 की इकॉनामी रेट से 14 विकेट झटके थे. ऐसे में यह कह सकते हैं कि सिराज प्रदर्शन के आधार पर वनडे सीरीज (ODI Series) में जगह बनाने के हकदार नहीं थे.