नरेंद्र मोदी स्टेडियम

भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही सीरीज़ में इतनी चर्चा टीमों के प्रदर्शन की नहीं हो रही है, जितनी चर्चा पिचों की खराब बनावट को लेकर हो रही है। चेन्नई में खेले गए भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट मैच की पिच को लेकर विवाद अभी थमा नहीं था, कि अब अमहदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच को लेकर भी विवाद शुरु हो गया है। भारत और विदोशों के कई नामी खिलाड़ियों ने पिच में कमी बताते हुए विवाद खड़ा कर दिया है।

 क्यों है, नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच को लेकर विवाद

नरेंद्र मोदी स्टेडीयम

भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट चेन्नई के एमए चिदबरम स्टेडियम में खेला गया था। जिसमें इंग्लिश बल्लेबाजों ने भारतीय स्पिनरों के सामने अपने घुटने टेक दिए थे। जिसके बाद पिच को लेकर विवाद इतना बढ़ गया था कि अभी तक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। यह विवाद इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन के एक बयान क बाद शुरु हुआ था, वॉन  ने पिच को लेकर शिकायत की थी।

जिसके बाद और लोगों ने भी इस मुद्दे को हवा दी थी। चेन्नई के मैच की तरह, अब अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में सिर्फ दो दिनों के अंदर ही टेस्ट मैच खत्म होने की वजह से अब पिच पर सवालिया निशान खड़े होने शुरू हो गये है।

क्यो उठा रहे हैं सवालिया निशान

नरेंद्र मोदी स्टेडीयम

इस बार किसी विदेशी खिलाड़ी ने नही अपने ही देश के नामी खिलाड़ियों ने पिच में ‘मीन-मेंख’ निकाले हैं। जैसे युवराज सिंह, हरभजन सिंह और वीवीएस लक्ष्मण समेत कई खिलाडियों ने पिच को  टेस्ट क्रिकेट के लिए आदर्श पिच नहीं माना है। इनके साथ इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और चेन्नई की पिच पर सवाल खड़े करने वाले माइकल वॉन ने भी, फिर से नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच की बनावट को लेकर आपत्ति दर्ज कराई है। हालांकि, भारत के पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने पिच के बजाए खिलाड़ियो की खराब बल्लेबाजी को दोष दिया है।

अहमदाबाद मैच की पूरी कहानी

अहमदाबाद मैच

भारत और इंग्लैंड के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 24 फरवरी से चौथा पिंक बॉल डे-नाइट टेस्ट मैच खेला गया था लेकिन यह मैच मात्र 2 दिन में खत्म हो गया। दरअसल बुद्धवार 24 फरवरी को डे-नाइट मैच के पहले दिन 13 विकेट गिरे और दूसरे दिन 17 विकेट गिरे। खास बात ये रही कि इसमें 28 विकेट स्पिन गेंदबाजों के खातों में  गए।

इस मैच के दूसरे दिन भारतीय टीम के पहली पारी के अखिरी 7 विकेट पहले सेशन में ही सिर्फ 46 रन पर गिर गए। वही इसके बाद दूसरे सेशन में इंग्लैंड की पूरी टीम मात्र 81 रनों पर सिमट गई। जिसमें अक्षर पटेल ने सबसे ज्यादा 5 विकेट लिए तो वही 4 विकेट अश्विन ने हथियाए, और बचा कुचा अखिरी विकेट वॉशिंगटन सुंदर ने झटका। इसके बाद तीसरे सेशन में रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने आसनी से 49 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया। इस डे-नाइट मैच में भारत ने इंग्लैंड को 10 विकेट से करारी मात दी।

कौन-कौन से खिलाड़ियों ने की पिच की आलोचना

जिस तरीके से अहमदाहबाद के इस मैच में विकेट गिरे, इससे विचलित होकर और पिच के हाल देखकर कई पूर्व भारतीय क्रिकेटर निराश दिखाई  दिये। इस पिच की हालत पर रिएक्ट करते हुए हरभजन सिंह ने कहा,

“यह आदर्श पिच नहीं थी। अगर इंग्लैंड अपनी पहली पारी में 200 रन बना लेता तो भारत भी संकट में होता। लेकिन दोनों टीमों के लिये पिचें समान हैं।”

तो वही, दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि, “यह टेस्ट मैच के लिये आदर्श पिच नहीं थी। यहां तक कि भारतीय बल्लेबाज भी नहीं चले।”

तो भारतीय टीम के सुपरस्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह ने पिच की आलोचना करते हुए कहा,

“मैच दो दिन में ही खत्म हो गया, पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि यह टेस्ट क्रिकेट के लिये अच्छा है। अगर अनिल कुंबले और हरभजन सिंह इस तरह के विकेट पर गेंदबाजी करते तो उनके नाम पर 1000 और 800 विकेट दर्ज होते. फिर भी अक्षर क्या स्पैल था। बधाई। अश्विन, इशांत को बधाई।”