IPL में अपने ऊपर लगी बोली को लेकर पहली बार बोले मनीष पाण्डेय, कहा 'जैसे-जैसे मेरी कीमत बढ़ रही थी मेरा ब्लडपेसर भी बढ़ता जा रहा था'

आगामी सात अप्रैल से इंडियन प्रीमियर लीग का 11 वां संस्करण शुरु हो रहा है. तमाम टीमों ने अपने खिलाडियों में फेरबदल किया है. इन्हीं खिलाडियों में शामिल है टीम इंडिया के मनीष पांडेय. जो पिछले सीजन तक कोलकाता नाईट राइडर्स की तरफ से खेल रहे थे लेकिन इस बार उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने 11 करोड़ की भारी भरकम रकम देकर खरीदा है. नए टीम से जुड़ने के बाद मनीष पांडेय ने iplt20.com से बातचीत में कई चीज़ें बताई.

नीलामी के टाइम की फीलिंग्स
IPL में अपने ऊपर लगी बोली को लेकर पहली बार बोले मनीष पाण्डेय, कहा 'जैसे-जैसे मेरी कीमत बढ़ रही थी मेरा ब्लडपेसर भी बढ़ता जा रहा था'पांडेय ने बताया कि “जब आईपीएल-11 की नीलामी चल रही थी तब मैं दक्षिण अफ्रीका दौरे पर था. वनडे सीरीज चल रही थी. तभी मैंने आईपीएल नीलामी के बारे में सुना, उस वक्त शायद छ बज रहा था. मैं नीलामी पर नज़र बनाए हुए था. जैसे जैसे मेरी बोली बढ़ती जा रही थी मेरा ब्लडप्रेसर भी बढ़ता जा रहा था लेकिन यह सब खेल का एक पार्ट है. आपको निरंतर प्रदर्शन करते रहना होगा. खुद को साबित करना हर रोज़ चुनौती होती है. हाँ, मैंने 11 करोड़ के बारे में नहीं सोचा था लेकिन मैंने आईपीएल में पहले भी अच्छा किया है जिसका लाभ मुझे मिला.”

कोलकाता को मिस करेंगे…
IPL में अपने ऊपर लगी बोली को लेकर पहली बार बोले मनीष पाण्डेय, कहा 'जैसे-जैसे मेरी कीमत बढ़ रही थी मेरा ब्लडपेसर भी बढ़ता जा रहा था'इस सवाल पर पांडेय ने बताया कि जाहिर सी बात है, वह टीम मेरे लिए एक परिवार की तरह है. मैं उस टीम के साथ कई सालों तक जुड़ा रहा हूं इस बार बिछड़ रहा हूं तो थोड़ा मिस करना तो बनता है. उन्होंने आगे कहा कि क्रिकेट में यह सब होता रहता है. भावनाएं किनारे कर आपको खेल पर ध्यान देना होगा.

नई टीम की तारीफ
11वां संस्करण मेरे ख्याल से बहुत अच्छा होने वाला है. हैदराबाद इस टूर्नामेंट की अच्छी टीम है. लोग वहां बेहद सपोर्टटिव हैं. प्रयास यही रहेगा कि हम अच्छा खेलें, मैच दर मैच पर फोकस करें. अंतिम चार में पहले जगह बनाए. हमारी टीम बेहद संतुलित है जिसका हम फायदा उठा सकते हैं.

कैसे खेलना पसंद करेंगे
IPL में अपने ऊपर लगी बोली को लेकर पहली बार बोले मनीष पाण्डेय, कहा 'जैसे-जैसे मेरी कीमत बढ़ रही थी मेरा ब्लडपेसर भी बढ़ता जा रहा था'आक्रामक नहीं, विकेट पर समय बिता संयम से खेलने की कोशिश रहेगी. गेंदबाज को नहीं बल्कि गेंद को देख उसे सही नसीहत देने की कोशिश करूँगा. टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन कर अपनी कीमत के साथ न्याय करू यही कोशिश रहेगी.

Anurag Singh

लिखने, पढ़ने, सिखने का कीड़ा. Journalist, Writer, Blogger,