3. खल सकती है फिनिशर की भूमिका
महेंद्र सिंह धोनी भारत के सबसे सफल व विस्फोटक फिनिशर माने जाते हैं. धोनी निचले क्रम पर आकर अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी की मदद से टीम के लिए तेजी से रन बटोरते नजर आते रहते हैं.
यदि 2011 विश्व कप को यदि याद करें, तो शायद ही किसी क्रिकेट फैन के जहन से माही की 91 रन की विस्फोटक पारी व आखिरी छक्का निकल पाया होगा. क्योंकि विश्व कप के फाइनल मैच में बिना किसी दबाव के एमएस ने एक निडर पारी खेली और भारत को खिताब जिताने वाली एक सर्वश्रेष्ठ पारी खेली. ये तो एक उदाहरण है, माही ने भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसे तमाम उदाहरण दर्ज किए हैं.
वक्त में माही की गैरमौजूदगी में केएल राहुल, हार्दिक पांड्या, मनीष पांडे जैसे विकल्प मौजूद हैं, लेकिन इन खिलाड़ियों ने अभी माही जैसा भरोसा नहीं जीता है.