भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. इस बात का ढ़िंढ़ोरा पूरी दुनिया में बज चुका है. देखते ही देखते कोहली को टीम से बाहर निकाले जाने की मांग ने तूल पकड़ लिया है. फैंस खराब फॉर्म के चलते उन्हें टीम से ट्रॉप करने की बात लगातार कर रहे हैं. उसके बावजूद BCCI विराट को बाहर बैठाने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहा है.
इसके पीछे कई वजह हैं. विराट कोहली क्रिकेट जगत में बड़ा नाम हैं, उनकी मार्केट में ब्रांड वैल्यू बहुत अधिक है. ऐसे में उनके बाहर जाने से BCCI को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है. वहीं इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने विराट कोहली के टीम में बने रहने को लेकर एक अलग ही राग अलापा है.
मोंटी पनेसर Virat Kohli को बाहर ना निकालने की बताई वजह
विराट कोहली (Virat Kohli) की फॉर्म इस समय चिंता का विषय बनी हुई है. क्योंकि उनके बल्ले से टेस्ट, वनडे और टी20 किसी भी फॉर्मेट में रन नहीं निकल रहे हैं. ऐसे में BCCI से एक सवाल तो बनता ही है कि खराब फॉर्म के बावजूद विराट कोहली को टीम से बाहर क्यों नहीं किया जा रहा है. कप्तान रोहित शर्मा और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली को यकीन है कि विराट कोहली जल्द ही फॉर्म में वापसी करेंगे.
मोंटी पनेसर (Monty Panesar) ने विराट कोहली को टीम से बाहर ना किए जाने को लेकर अलग ही बयान दिया है. उन्होंने टीओआई से बातचीत के दौरान कहा कि, विराट कोहली (Virat Kohli) दुनिया के सबसे ज्यादा बिकने वाले खिलाड़ी हैं. इसके पीछे पैसे की वजह हो सकती है. हर कोई विराट कोहली को मैदान पर खेलते हुए देखना चाहता है. उनकी मार्केट में ब्रांड वैल्यू बहुत अधिक है. जिनके बाहर जाने से BCCI को बड़ा झटका लग सकता है.
क्या बीसीसीआई स्पॉन्सर्स के दबाव में है?
सचिन तेंदुलकर के बाद मात्र विराट कोहली (Virat Kohli) एक ऐसे खिलाड़ी हैं. जिन्हें फैंस मैदान में हर हाल में खेलते हुए देखना चाहते हैं. फैंस को इस बात से कोई मतलब नहीं है कि वो फॉर्म में रहें या ना रहें. बस वो मैदान पर खेलते हुए दिखाई दें. महंगी से महंगी टिकेट खरीदकर फैंस एक झलक देखने आते हैं. अगर विराट कोहली टीम में नहीं रहते हैं तो, स्पॉन्सर्स में कमी आएगी. जिससे बीसीसीआई को वित्तीय घाटा उठाना पड़ सकता है. मोंटी पनेसर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान कहा कि,
‘यह क्रिस्टियानो रोनाल्डो जैसा है, जब वह मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए खेलते हैं, तो सभी फुटबॉल देखते हैं. विराट कोहली के साथ भी यही है. उनकी फैन फॉलोइंग बहुत है. क्या बीसीसीआई पर स्पॉन्सर्स को खुश रखने का दबाव है?’ फिर चाहे नतीजा और भूमिका कुछ भी हो, विराट कोहली को खेलना है. शायद यही बड़ा सवाल है. वह विराट को इसलिए ड्रॉप नहीं कर सकते या उन्हें ड्रॉप करने का जोखिम नहीं उठा सकते, क्योंकि इससे उनका भारी वित्तीय नुकसान होगा’
‘Virat Kohli को सचिन और युवराज सिंह से लेनी चाहिए सलाह’
विराट कोहली को खराब फॉर्म के चलते तरह-तरह की एडवाइज दी जा रही हैं. कोई कह रहा है कि उन्हें 2-3 महीने के लिए क्रिकेट से ब्रेक ले लेना चाहिए और फैमिली के साथ अधिक समय बिताना चाहिए. तो किसी का कहना है कि कोहली को एक अच्छे कोच से सलाह लेनी चाहिए. जिससे वह उनकी कमजोरियों को बता सकें.
वहीं इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने कहा कि विराट को फॉर्म में वापस आने के लिए महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह से बात करनी चाहिए. वैसे भी इन दोनों खिलाड़ियों को कोहली का सबसे करीबी माना जाता है. अगर विराट के प्रदर्शन पर नजर डालें तो उन्होंने टेस्ट औसत 49.53 से रन बनाए हैं जबकि खराब फॉर्म के चलते पिछले साल उनका औसत 30 से नीचे रहा है. कोहली नवंबर 2019 से और पिछले 77 अंतरराष्ट्रीय पारियों में एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं.